तिरुवनंतपुरम में एनडीए की सफलता केरल की राजनीति में निर्णायक बदलाव का संकेत
जम्मू, 14 दिसंबर (हि.स.)। तिरुवनंतपुरम नगर निगम में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन ऐतिहासिक जीत केरल की राजनीति में एक निर्णायक मोड़ है। राज्य की राजधानी में 45 वर्षों के निरंतर वामपंथी शासन को समाप्त करते हुए यह फैसला सीपीआई के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चे एलडीएफ की दशकों पुरानी शासन विफलताओं के प्रति जनता की स्पष्ट अस्वीकृति को दर्शाता है।
यह बात जम्मू कश्मीर के पूर्व विधान परिषद सदस्य और भाजपा जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के प्रवक्ता गिरधारी लाल रैना ने कही। 101 वार्डों में से एनडीए ने 50 वार्ड जीते जो एलडीएफ के 29 यूडीएफ के 19 और दो निर्दलीय उम्मीदवारों से काफी आगे है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस परिणाम ने केरल की लंबे समय से चली आ रही एलडीएफ और यूडीएफ के प्रभुत्व वाली द्विध्रुवीय राजनीतिक संरचना को निर्णायक रूप से तोड़ दिया है
जिससे एनडीए एक विश्वसनीय और उभरते हुए विकल्प के रूप में स्थापित हो गया है खासकर शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में। रैना ने याद दिलाया कि 9 और 11 अक्टूबर को आईओ हुए स्थानीय निकाय चुनावों को आगामी विधानसभा चुनावों से पहले एक महत्वपूर्ण परीक्षा के रूप में देखा जा रहा था। परिणाम एलडीएफ के समर्थन आधार में भारी गिरावट को उजागर करते हैं। सभी छह नगर निगमों पर नियंत्रण रखने वाली एलडीएफ की स्थिति अब पहले जैसी मजबूत नहीं रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / SONIA LALOTRA

