स्थानीय युवाओं को सशक्त बनाने के लिए 15 दिवसीय बढ़ईगीरी पाठ्यक्रम शुरू किया
जम्मू, 28 नवंबर (हि.स.)। किश्तवाड़ के मुगल मैदान में 15 दिवसीय बढ़ईगीरी पाठ्यक्रम शुरू किया गया है जिसका उद्देश्य स्थानीय युवाओं को आवश्यक बढ़ईगीरी कौशल से लैस करना है ताकि वे लकड़ी के काम के क्षेत्र में अपनी रोजगार क्षमता बढ़ा सकें। भारतीय सेना द्वारा शुरू किये गए इस कोर्स में 10 उत्साही प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इस पाठ्यक्रम में आगे बढ़ने के साथ ही संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है। सेना के विशेषज्ञ प्रशिक्षक व्यावहारिक कौशल और उद्योग-मानक तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रतिभागी पेशेवर अवसरों के लिए अच्छी तरह से तैयार हों।
इस पहल को स्थानीय समुदाय से व्यापक सराहना मिली है जो युवाओं को मूल्यवान कौशल प्रदान करके उनके उत्थान की क्षमता को पहचानते हैं जो उनकी आजीविका की संभावनाओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ा सकते हैं। भारतीय सेना का सामुदायिक जुड़ाव और क्षमता निर्माण के प्रति समर्पण इस कार्यक्रम के माध्यम से झलकता है जो ग्रामीण क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देने के अपने व्यापक प्रयासों का हिस्सा है। भविष्य में इसी तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की योजनाएँ समुदायों को सशक्त बनाने और युवाओं के बीच आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए सेना की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा
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