आर्य परियोजना के तहत ओएस्टर मशरूम पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
कठुआ 09 फरवरी (हि.स.)। केवीके कठुआ ने डॉ बीएन त्रिपाठी कुलपति एसकेयूएएसटी जम्मू के नेतृत्व और डॉ. अमरीश वैद निदेशक एक्सटेंशन एसकेयूएएसटी जम्मू के मार्गदर्शन में आर्य परियोजना के तहत ऑयस्टर मशरूम की खेती पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की कल्पना केवीके कठुआ के प्रमुख डॉ. विशाल महाजन ने जिले की बेरोजगार कृषक महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए की है। कृषि में युवाओं को शामिल करने और बनाए रखने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से गांव गगरेट में ओएस्टर मशरूम की खेती पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में 30 से अधिक कृषक महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य ऑयस्टर मशरूम उत्पादन में कृषक महिलाओं के कौशल को विकसित करना है ताकि वे नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी प्रदाता बन सकें और अपनी आजीविका बनाए रख सकें।
शुरुआत में परियोजना की नोडल अधिकारी डॉ अनामिका जम्वाल वरिष्ठ वैज्ञानिक (पौधा संरक्षण) केवीके-कठुआ ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों का स्वागत किया और कृषक महिलाओं के कौशल विकास में कृषि विज्ञान केंद्र की भूमिका और महत्व पर प्रकाश डाला और व्यावहारिक रूप से खेती की विधि का प्रदर्शन भी किया। उन्होंने स्वास्थ्य लाभ, प्रसंस्करण और मशरूम उत्पादन इकाई चलाने के तरीके के बारे में भी चर्चा की। परियोजना के फील्ड सहायक अमित कुमार ने प्रतिभागियों को अपनी स्वयं की मशरूम इकाइयाँ स्थापित करने और अधिक आय उत्पन्न करने के लिए मशरूम उगाने के लिए प्रेरित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की एक प्रतिभागी नीलम बंद्राल ने कार्यक्रम के प्रति गहरा उत्साह व्यक्त किया और भविष्य में भी उद्यमिता विकास के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा। कार्यक्रम का आयोजन सहारा जागृति मंच कठुआ के सहयोग से किया गया था।
हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान
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