पोस्टर और नारों के माध्यम से नशीले पदार्थों को न कहें का दिया संदेश
कठुआ 23 फरवरी (हि.स.)। ड्रग डी-एडिक्शन सेल एवं साइकोलॉजिकल काउंसलिंग सेल ने महिला डिग्री कॉलेज कठुआ की एनसीसी यूनिट के सहयोग से पोस्टर और नारों के साथ नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर एक जागरूकता रैली का आयोजन किया।
इस आयोजन का उद्देश्य समाज को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों, व्यक्तियों और समाज पर इसके प्रभाव और एक स्वस्थ जीवन शैली जीने के महत्व के बारे में शिक्षित और संवेदनशील बनाना था। कॉलेज के सौ से अधिक छात्रों ने जागरूकता रैली में भाग लिया और अपने सुंदर रचनात्मक चित्रों और नारों के माध्यम से नशीले पदार्थों को न कहें का संदेश दिया। कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर अश्विनी कुमार खजूरिया के संरक्षण में किया गया।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग के विभिन्न पहलुओं, इसके परिणामों और निवारक उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों और स्वयंसेवकों द्वारा जानकारीपूर्ण प्रस्तुतियाँ दी गईं। इसी प्रकार आकर्षक चर्चाएँ आयोजित की गईं जिससे छात्रों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से संबंधित अपने विचार, चिंताएँ और प्रश्न साझा करने का मौका मिला। इसी बीच उपस्थित लोगों के बीच पैम्फलेट और ब्रोशर वितरित किए गए। पूरे आयोजन की देखरेख ड्रग डी-एडिक्शन साइकोलॉजिकल सेल की संयोजक डॉ. रेनू गुप्ता ने की। कार्यक्रम का संचालन समिति के अन्य सदस्यों डॉ. अजय सनोत्रा, डॉ. वर्चस्कम शर्मा, डॉ. सुरेखा रानी, प्रोफेसर सोनिका शर्मा और डॉ. दीप्ति सलोत्रा ने किया। जबकि कार्यक्रम में अन्य वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ. बबीता महाजन, डॉ. दीपशिखा शर्मा, डॉ. अंबिका शर्मा, सचिनजीत सिंह और सुरभि गुप्ता भी उपस्थित रहीं।
हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान
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