डीसी कठुआ ने जिले में पीएम विश्वकर्मा योजना के कार्यान्वयन के तौर-तरीकों पर चर्चा की
कठुआ 30 अक्टूबर (हि.स.)। कठुआ के उपायुक्त राकेश मिन्हास की अध्यक्षता में जिला कार्यान्वयन समिति की पहली बैठक आयोजित की गई जिसमें जिले में पीएम विश्वकर्मा योजना के सुचारू कार्यान्वयन के लिए तौर-तरीकों पर चर्चा की गई।
शुरुआत में एमएसएमई के सहायक निदेशक दवेंद्र त्यागी के एक संसाधन व्यक्ति द्वारा एक आभासी व्याख्यान आयोजित किया गया जिन्होंने योजना का संक्षिप्त विवरण दिया और समिति के सदस्यों को योजना के उद्देश्यों के बारे में भी बताया। पीएम विश्वकर्मा योजना के दायरे को विस्तार से बताने के अलावा जो मुख्य रूप से 18 विभिन्न व्यवसायों में लगे कारीगरों और शिल्पकारों को उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार करने में सक्षम बनाती है। इस अवसर पर बोलते हुए डीसी ने कहा कि यह पहल उन कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने और अमूल्य सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है जिन्हें आमतौर पर विश्वकर्मा के नाम से जाना जाता है, जो अर्थव्यवस्था के अनौपचारिक या असंगठित क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
डीसी ने यह सुनिश्चित करने के लिए संवेदीकरण और जागरूकता शिविर आयोजित करने के महत्व को भी रेखांकित किया कि प्रत्येक पात्र कारीगर और शिल्पकार को इस परिवर्तनकारी योजना का लाभ मिले। डीसी ने डीपीओ कठुआ को कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से पात्र कारीगरों के नामांकन की सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया जिसका सत्यापन हितधारक एजेंसियों द्वारा किया जाएगा। एडी हैंडलूम को योजना का अधिकतम लाभ उठाने के लिए सभी शिल्पकार समुदायों को जागरूक करने का भी निर्देश दिया गया था जिसे कारीगरों को उचित सहायता देने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। बैठक में जीएम डीआईसी प्रेम सिंह, एडी हथकरघा और हस्तशिल्प, प्रिंसिपल गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज कठुआ, डीपीओ कठुआ, ईओ एमसी बिलावर, ईओ एमसी पैरोल, अधीक्षक आईटीआई कठुआ और अन्य संबंधित अधिकारी शामिल हुए।
हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन//बलवान
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