एसीबी ने भ्रष्टाचार से मुक्ति के संकल्प दिवस के उपलक्ष्य में सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया
कठुआ, 05 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर एंटी करप्शन ब्यूरो ने डीसी कार्यालय परिसर में भ्रष्टाचार विरोधी कानून, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों पर जानकारी देने के अलावा एसीबी की कार्यप्रणाली पर एक संवेदीकरण सत्र का आयोजन किया। सत्र की अध्यक्षता एडीसी कठुआ रणजीत सिंह ने की।
शुरुआत में डिप्टी एसपी एसीबी दीदार सिंह ने भ्रष्टाचार के खतरे, समाज पर इसके बुरे प्रभाव और इसे समाज से कैसे खत्म किया जा सकता है, पर पावरपॉइंट प्रस्तुतियां दीं। उन्होंने प्रतिभागियों को भ्रष्टाचार के खतरों के बारे में शिक्षित करने के अलावा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्यप्रणाली और शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया के बारे में भी बात की। उन्होंने ऑनलाइन मोबाइल ऐप सतर्कनागरिक और डीवीओ पोर्टल के माध्यम से भ्रष्टाचार की घटनाओं की रिपोर्ट करने पर जोर दिया। एसीबी की टीम ने प्रतिभागियों को भ्रष्टाचार से निपटने के तरीकों और इस समस्या को रोकने के लिए सभी स्तरों पर अपनाए जाने वाले आवश्यक उपायों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए समर्पित दिवस मनाने के महत्व से भी अवगत कराया। जिसमें कोई भी व्यक्ति एसीबी से टोल फ्री नंबर 18001807152 और व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 94196-70060, मोबाइल नंबर 94196-78060, ईमेल के जरिए संपर्क कर सकता है। सत्र इस संकल्प के साथ समाप्त हुआ कि व्यापक भ्रष्टाचार को सिर्फ एसीबी में बैठे कुछ सौ लोगों द्वारा जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है, बल्कि देश के प्रत्येक नागरिक को एक टीम इंडिया के निर्माण में योगदान देना होगा।
एडीसी कठुआ रणजीत सिंह ने अपने संबोधन में अखंडता के नैतिक मूल्यों को विकसित करने में शिक्षा की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने शासन व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने ऐसे आयोजन के लिए एसीबी के प्रयासों की सराहना की, जिससे भ्रष्टाचार मुक्त समाज के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। प्रासंगिक रूप से, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर सरकार ने हर साल 5 अगस्त को भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए संकल्प दिवस मनाने का फैसला किया है, जिसमें सभी सरकारी कर्मचारी सार्वजनिक जीवन और कार्यालयों से भ्रष्टाचार उन्मूलन की शपथ लेंगे। 5 अगस्त 2023 के बाद के सप्ताह को भ्रष्टाचार उन्मूलन और सार्वजनिक जवाबदेही और सेवा वितरण में वृद्धि के संबंध में विभिन्न कार्यालयों, अधिकारियों, संस्थानों द्वारा की गई पहलों पर सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित करके सतर्कता जागरूकता सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/सचिन/बलवान

