जम्मू में एक्यूआई बिगड़ने पर जेएमसी ने प्रदूषण विरोधी अभियान बढ़ाया
जम्मू, 22 दिसंबर (हि.स.)। जम्मू में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खतरनाक स्तर पर पहुंचने के साथ जम्मू नगर निगम (जेएमसी) ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने और सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए उपाय तेज कर दिए हैं। जेएमसी आयुक्त डॉ. देवांश यादव के निर्देशों के तहत कार्य करते हुए शहर भर में धूल और कण उत्सर्जन को रोकने के लिए सख्त जमीनी और नियामक कदमों की एक श्रृंखला शुरू की गई है।
वर्तमान में जम्मू का एक्यूआई 226 है जो इसे गंभीर श्रेणी में रखता है। स्थिति को गंभीरता से लेते हुए आयुक्त ने जेएमसी के सभी संबंधित विंगों को तत्काल शमन उपाय लागू करने का निर्देश दिया है। इनमें प्रमुख सड़कों की रात के समय यांत्रिक सफाई, उच्च यातायात वाले क्षेत्रों, बाजारों और निर्माण क्षेत्रों में दिन के समय पानी का छिड़काव और हवा में उड़ने वाली धूल को दबाने के लिए एंटी-स्मॉग गन-माउंटेड वाहनों का उपयोग शामिल है।
निर्माण और विध्वंस गतिविधियों को विनियमित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। सभी निर्माण स्थलों को हरी चादरों, जूट के कपड़े या प्लास्टिक कवर से ठीक से घेरने का निर्देश दिया गया है जबकि निर्माण सामग्री को साइट परिसर के भीतर ही संग्रहित किया जाना चाहिए और ढककर रखा जाना चाहिए। सार्वजनिक सड़कों और फुटपाथों पर सामग्री डंप करना या भंडारण करना सख्त वर्जित है। निर्माण सामग्री का परिवहन करने वाले वाहनों को पूरी तरह से ढका हुआ रहना चाहिए, और लोडिंग और अनलोडिंग के दौरान नियमित पानी का छिड़काव अनिवार्य कर दिया गया है। जेएमसी क्षेत्र के अधिकारियों को औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है और धूल प्रदूषण या कुप्रबंधन निर्माण कचरे में योगदान देने वाले उल्लंघनकर्ताओं पर 4,000 से 50,000 तक का सख्त जुर्माना लगाया जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता

