हिमायत योजना जम्मू-कश्मीर में युवाओं के उत्थान के लिए गेम चेंजर साबित हो रही है-जावेद डार
जम्मू 11 जनवरी (हि.स.)। कृषि उत्पादन और ग्रामीण विकास विभाग और पंचायती राज मंत्री जावेद अहमद डार ने हिमायत योजना के परिवर्तनकारी प्रभाव की सराहना की और युवाओं को नौकरी बाजार के लिए सशक्त बनाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
हिमायत के पूर्व छात्र सम्मेलन 2025 में बोलते हुए जहां कई लाभार्थियों ने अपनी सफलता की कहानियां साझा कीं मंत्री ने हर उपलब्धि के पीछे अक्सर अनदेखा किए जाने वाले संघर्षों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा हर सफलता की कहानी के पीछे एक संघर्ष होता है। जबकि लोग शानदार नतीजों को देखते हैं वहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत और चुनौतियों का सामना करना अनकहा रह जाता है। आज अपनी सफलता की कहानियां साझा करने वाले बच्चों ने हमें दिखाया है कि संघर्ष पहचान को आकार देता है और जीवन के मूल्यवान सबक सिखाता है।
चुनाव और सहकारिता विभागों के लिए भी काम करने वाले जावेद डार ने कहा कि हिमायत योजना का सफल क्रियान्वयन युवाओं खासकर जम्मू-कश्मीर के ग्रामीण इलाकों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो रहा है।
उन्होंने बेहतर रोजगार संभावनाओं के लिए नवीनतम नौकरी बाजार के रुझानों के अनुरूप युवाओं के कौशल विकास पर जोर दिया।
मंत्री ने रेखांकित किया कि हिमायत योजना को विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा नौकरी चाहने वालों को बहुत फायदा होगा अगर उन्हें कुशल और प्रशिक्षित किया जाए, जिससे वे अपनी आजीविका कमा सकें।
जावेद डार ने क्षमता निर्माण पहलों को मजबूत करने के लिए अधिक जवाबदेही और व्यापक दायरे का आग्रह किया।
मंत्री ने तेजी से बढ़ते देश में कौशल विकास के महत्व पर भी जोर दिया। मंत्री ने कहा 1.5 अरब की आबादी वाला भारत सबसे तेजी से बढ़ते विकसित देशों में से एक है। आने वाले वर्षों में रोजगार के कई अवसर आएंगे और प्रशिक्षण तथा कौशल विकास के माध्यम से व्यक्तियों को तैयार करना आवश्यक है।
मंत्री ने जिला स्तर के अधिकारियों से योजना का व्यापक प्रचार सुनिश्चित करने का आह्वान किया, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। उन्होंने कहा योजना से अधिक युवाओं को लाभ मिले यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रचार महत्वपूर्ण है।
हिमायत पहल में भविष्य में अनगिनत सफलता की कहानियां गढ़ने की क्षमता है। पिछले ढाई महीनों में सरकार के प्रयासों पर विचार करते हुए मंत्री ने जन कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने आष्वासन दिया हमने यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किया है कि हर कल्याणकारी योजना लोगों तक पूरी लगन से पहुंचे।
हिमायत एक अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना है और जैसे-जैसे यह आगे बढ़ेगी हम इसे सफल बनाने के लिए किसी भी कमी और चुनौती का समाधान करेंगे।“ मंत्री ने कहा कि यह पहल न केवल व्यक्तियों को अपने भविष्य के बारे में सकारात्मक सोचने में मदद करेगी, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को अपने जीवन को बदलने में भी सक्षम बनाएगी।
आरडीडी एवं पीआर विभाग की सचिव रचना शर्मा ने युवाओं को सशक्त बनाने और उनके भविष्य को आकार देने में शिक्षा, विशेष रूप से व्यावसायिक प्रशिक्षण की परिवर्तनकारी भूमिका पर जोर दिया।
हिमायत कार्यक्रम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा हिमायत वास्तव में कौशल-आधारित शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण के बारे में है। यह पहल स्थानीयकरण के बड़े दृष्टिकोण का हिस्सा है, जो हमारे युवाओं की कच्ची क्षमता को मूल्यवान कौशल में बदल देती है, जिसका उपयोग देश भर के उद्योग और यहां तक कि वैश्विक स्तर पर भी करने के लिए उत्सुक हैं।“
उन्होंने विदेश में अवसर प्राप्त करने वाले लाभार्थियों के उदाहरण देते हुए कहा, “जैसा कि हमारे एक सहकर्मी ने सही कहा है हिमायत के लाभार्थियों को अब विदेश में काम करने के अवसर मिल रहे हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रस्ताव मिल रहे हैं।
गुप्ता ने कार्यक्रम की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा अब तक हिमायत ने 34,000 से अधिक उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया है और उनमें से लगभग 14,000 को सफलतापूर्वक रोजगार मिला है। उन्होंने कहा वर्तमान में पूरे केंद्र शासित प्रदेश से कई युवा व्यक्ति हमारे केंद्रों में प्रशिक्षण ले रहे हैं जो जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर दोनों जगह स्थित हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / मोनिका रानी