जसरोटिया ने जखोल और मलमम्मन में लगाया जनता दरबार, जन शिकायतों का किया समाधान
कठुआ, 19 दिसंबर (हि.स.)। जनता से सीधे संपर्क मजबूत करने और उनकी गंभीर चिंताओं को दूर करने के निरंतर प्रयास को जारी रखते हुए जसरोटा के विधायक राजीव जसरोटिया ने शुक्रवार को जखोल और मलमम्मन में व्यापक जनसभाएं आयोजित कीं।
सभाओं के दौरान विधायक जसरोटिया ने निवासियों की चिंताओं को ध्यानपूर्वक सुना, जिनमें बुनियादी ढांचा विकास, सड़क मरम्मत, जल आपूर्ति, बिजली, स्वास्थ्य सुविधाएं, स्वच्छता, शिक्षा और सामुदायिक कल्याण पहलों सहित कई मुद्दे शामिल थे। निवासियों ने सड़कों के रखरखाव में देरी, अनियमित जल आपूर्ति और बेहतर प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यकता जैसी विशिष्ट समस्याओं को उठाया। विधायक ने नागरिकों को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों को दर्ज किया जाएगा और प्राथमिकता दी जाएगी, और संबंधित सरकारी विभागों के समन्वय से आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रभावी विकास के लिए जनभागीदारी महत्वपूर्ण है और निवासियों को स्थानीय शासन संबंधी पहलों की निगरानी और समर्थन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
विधायक ने महिलाओं, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों से सीधे बातचीत करने पर विशेष ध्यान दिया, उनकी विशिष्ट चिंताओं को समझा और उन्हें सामुदायिक विकास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने युवा सशक्तिकरण, कौशल विकास कार्यक्रमों, बेहतर शैक्षिक सुविधाओं, महिलाओं की सुरक्षा और वरिष्ठ नागरिक कल्याण योजनाओं से संबंधित पहलों पर प्रकाश डाला। राजीव जसरोटिया ने उपस्थित लोगों को उनकी भागीदारी और रचनात्मक प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद दिया और इस बात पर जोर दिया कि प्रभावी नीतियां बनाने के लिए नागरिक सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने निवासियों और स्थानीय नेताओं से सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर काम करते रहने, मुद्दों का समय पर समाधान सुनिश्चित करने और क्षेत्रीय विकास को गति देने का आग्रह किया। इन बैठकों में कई प्रमुख स्थानीय नेताओं और प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें मंडल प्रधान जसरोटा सरपंच बलवंत सिंह, सरपंच शिव देव सिंह, कैप्टन ओंकार सिंह, पंच विनोद कुमार, सरपंच सुदर्शन खजूरिया, छग्गर सिंह, भाविशन शर्मा, रणदीप सिंह पप्पी, एडवोकेट जसबीर, कैप्टन बलकार सिंह, सुनीत सिंह और जितेंद्र सिंह आदि शामिल थे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया

