हेलिकोबैक्टर पाइलोरी प्रतिरोध पर अभिनव शोध पर प्रकाश डाला
जम्मू, 20 सितंबर (हि.स.)। कुलपति प्रो. संजीव जैन के संरक्षण में जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में आणविक जीवविज्ञान केंद्र ने साप्ताहिक जर्नल क्लब मीटिंग की मेजबानी की। मीटिंग में, द्वितीय वर्ष की एमएससी बायोटेक्नोलॉजी की छात्रा अनुष्का और अंकिता ने डॉ. शिवरंजनी सी. मोहरिर के मार्गदर्शन में बेंगलुरु के टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी में अपनी ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप के दौरान हेलिकोबैक्टर पाइलोरी प्रतिरोध पर अपने अभिनव शोध को प्रकाश में लाया। अनुष्का और अंकिता ने मेटाजीनोमिक्स की अवधारणा को समझाया।
उन्होंने बताया कि यह एक ऐसी विधि जो शोधकर्ताओं को जीवों को संवर्धित किए बिना पर्यावरण के नमूनों से आनुवंशिक सामग्री का विश्लेषण करने की अनुमति देती है। फिर उन्होंने रोगाणुरोधी प्रतिरोध पर चर्चा की जिसमें विस्तार से बताया गया कि एच. पाइलोरी एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति प्रतिरोध कैसे विकसित करता है। प्रस्तुति में एक जीवंत प्रश्नोत्तर सत्र शामिल था जहाँ छात्र और संकाय अनुसंधान विधियों और निहितार्थों के बारे में चर्चा करने लगे।
अनुष्का और अंकिता के शोध ने न केवल एच. पाइलोरी प्रतिरोध के बारे में मूल्यवान जानकारी प्रदान की, बल्कि एंटीबायोटिक प्रतिरोध से निपटने में चल रहे शोध के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा
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