कुलगाम में भीषण ओलावृष्टि और तेज हवाओं के कारण कई गांवों में सेब की फसल को व्यापक नुकसान
श्रीनगर, 3 सितंबर (हि.स.)। कुलगाम जिले में भीषण ओलावृष्टि और चक्रवात जैसी हवाएं चलीं जिससे कई गांवों में सेब की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है।
सोमवार को चले तूफान के कारण 88 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएँ चलीं, जिससे भारी तबाही हुई। कुलगाम के मुख्य बागवानी अधिकारी मोहम्मद रमजान वार ने मंगलवार को कहा कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सेब की फसल को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए कई टीमों को काम सौंपा गया है और वह शाम तक हम सटीक नुकसान का आकलन कर पाएंगे।
जबकि अधिकारी नुकसान का आकलन कर रहे हैं। कुलगाम के बन खंडीपोरा गांव में सैकड़ों सेब खेतों में बिखरे हुए हैं, अनुमान है कि 30 से 50 प्रतिशत फसल पेड़ों से गिर गई है।
ग्राम प्रधान आबिद हुसैन ने कहा कि सेब की फसल पर निर्भर 90 परिवारों को आपदा से नुकसान हुआ है। उन्होंने अधिकारियों से प्रभावित बागवानों के लिए पर्याप्त मुआवजा स्वीकृत करने का आग्रह किया। बाग के मालिक अब्दुल अहद इटू ने कहा कि भीषण ओलावृष्टि के कारण उनकी पूरी फसल के सेब गिर गए हैं। इसके अलावा मोहम्मद पोरा, यतीपोरा और अरेह सहित आसपास के कई गांवों में नुकसान की सूचना मिली है।
इसी बीच विभिन्न गाँवों में 15 से 25 प्रतिशत फलों की फसल क्षतिग्रस्त हो गई है। प्रभावित क्षेत्रों में निलो, सेहपोरा, परिवान, अरेह, अव्हाटू, ओडुरा, गदीहामा, बुमरथ, के हल्लन, ओके, मोहम्मद पोरा, मोहिपोरा, तेंगबल, खी, जोगीपोरा, कतरासू, काद्दर, चेक-ए-हजन, दर्दकोट, सोफीपोरा और अकीपोरा शामिल हैं। ओलावृष्टि से क्षेत्र के सेब उत्पादकों को काफी नुकसान हुआ है, कई लोगों ने नुकसान को कम करने के लिए सरकारी सहायता की अपील की है।
हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता
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