संस्कृत को बढ़ावा देने और नशा मुक्ति की रैली को दिखाई हरी झंडी, पौधारोपण भी हुआ
जम्मू, 14 अगस्त (हि.स.)। बुधवार को श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट ने संस्कृत माह के चलते नगरोटा विधानसभा के गवर्मेंट डिग्री कॉलेज जिन्द्राह से संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने और नशा मुक्ति के लिए नगरोटा विधानसभा के पूर्व विधायक भाजपा नेता देवेंद्र सिंह राणा जी के निर्देशानुसार भव्य जागरुकता रैली निकाली और समाज को नशे से दूर रहने,संस्कृत के महत्त्व का भी संदेश दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ पौधारोपण और वितरण से हुआ। रैली में मुख्य अतिथि एसपी रूरल जम्मू बृजेश शर्मा और विष्टि अतिथि अनिल शर्मा प्रधान आल इंडिया जम्मू कश्मीर पंचायत कांफ्रेंस रहे। लोगों और विद्यार्थियो ने नशा मुक्त और संस्कृत को बढ़ावा देने को लेकर कई स्लोगन तैयार किए गए थे, जिसे तख्ती पर लेकर पूरे जिन्द्राह का भ्रमण करते हुए लोगों को जागरूक किया गया।
इस अवसर बृजेश शर्मा ने कहा कि ट्रस्ट के प्रधान महंत रोहित शास्त्री देववाणी संस्कृत को बढ़ावा देने ने प्रदेश में अहम भूमिका निभा रहे हैं। आज संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने और नशा मुक्ति के लिए भव्य जागरुकता रैली निकाली गई है।नशा एक ऐसी बुराई है जो हमारे समूल जीवन को नष्ट कर देती है। नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर बोझ बन जाता है। अपने बच्चो को संस्कृत का ज्ञान भी अवश्य करवाए। संस्कृत भाषा का ज्ञान होने से व्यक्ति को अच्छे संस्कार आते हैं।
अनिल शर्मा ने कहा ट्रस्ट के प्रधान महंत रोहित शास्त्री जी का अच्छा प्रयास है कि देववाणी संस्कृत को बढ़ावा देने के साथ - साथ पौधारोपण, साइबर सुरक्षा और नशा मुक्ति पर भी बड़े पैमाने पर कार्य कर रहे हैं। आज नगरोटा विधानसभा में इनकी चौथी रैली है। नशा मुक्ति एक महत्वपूर्ण समस्या है जो समाज में अधिकतर व्यक्तियों को प्रभावित करती है। यह स्वास्थ्य, परिवार और आर्थिक स्थिति को खतरे में डाल सकती है। नशे के कारण व्यक्ति निरंतरता और सामाजिक दूरी महसूस करता है। नशा के सेवन से कई प्रकार की खतरनाक बीमारियां होती है जैसे मुंह का कैंसर, लीवर का खराब होना, फेफड़े का कैंसर, दिल का कैंसर.... इत्यादि नशा मुक्ति के लिए शिक्षा, जागरूकता, और सही दिशा-निर्देशन की आवश्यकता है।
महंत रोहित शास्त्री ने कहा संस्कृत माह के चलते यह कार्यक्रम हो रहे हैं संस्कृत का ज्ञान सभी को होना चाहिए संस्कृत हमारी अमूल्य सांस्कृतिक विरासत है, जिसे अब पूरे विश्व में प्रशंसा की दृष्टि से देखा जा रहा है। दिल बहादुर सिंह जामवाल ने कहा कि नशा मुक्ति का अर्थ होता है किसी व्यक्ति या समाज को नशे से मुक्त करना, अर्थात् नशे का सेवन करने से बचाव या उसकी नशा को दुर करने का प्रयास है। और साथ ही साथ व्यक्ति या समाज की स्वस्थ और सकारात्मक जीवन शैली को प्राथमिकता देना है और नशे के हानिकारक प्रभावों से बचाव करना होता है। आज यहां की जनता और विद्यार्थियो का आभार व्यक्त करता हूं इतनी बड़ी संख्या में आकर इस कार्यक्रम की शोभा बड़ाई।
इस अवसर पर गवर्मेंट डिग्री कॉलेज जिन्द्राह के विद्यार्थी,गवर्मेंट हायर सेकंडरी स्कूल जिन्द्राह के विद्यार्थी, कॉलेज के प्राचार्य स्कूल की प्राचार्य, पूर्व सरपंच, पूर्व पंच और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह
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