डोगरी भाषा की महान हस्तियों ने डोगरी ग़ज़ल गोष्ठी में साहित्य प्रेमियों को किया मंत्रमुग्ध
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जम्मू, 10 अगस्त (हि.स.)। डोगरी संस्था जम्मू ने डोगरी भवन, डोगरी संस्था, कर्ण नगर जम्मू में डोगरी ग़ज़ल गोष्ठी का आयोजन किया जिसमें डोगरी के प्रमुख दीपक आरसी, डॉ. निर्मल विनोद, टी.आर.मगोत्रा, बिशन सिंह दर्दी, सुशील बेगाना, विजया ठाकुर और डॉ. यश रैना ने अपनी मनमोहक ग़ज़लों से साहित्य प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। डोगरी संस्था जम्मू के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा ने समारोह की अध्यक्षता की।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रो. ललित मगोत्रा ने कहा कि यह एक बहुत ही सफल ग़ज़ल गोष्ठी थी क्योंकि सभी प्रतिभागियों ने अपनी साहित्यिक कृतियों में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। उनकी सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं और उन्होंने पहले ही अपने योगदान से डोगरी साहित्य में एक अलग जगह बना ली है। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि ग़ज़ल लिखना आसान नहीं है क्योंकि कवि को कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है लेकिन आज की ग़ज़ल गोष्ठी ने साबित कर दिया है कि हमारी डोगरी ग़ज़ल अन्य भाषाओं से किसी भी तरह कम नहीं है।
डोगरी संस्था जम्मू के महासचिव राजेश्वर सिंह 'राजू' ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रतिभागियों द्वारा ग़ज़ल की प्रस्तुति हमारी मातृभाषा में ग़ज़ल की स्थिति को सहज ही दर्शाती है। उन्होंने आगे कहा कि नियमित साहित्यिक गतिविधियाँ संस्था का मिशन है और याद दिलाया कि इस तथ्य के बावजूद कि कोरोना महामारी ने साहित्यिक गतिविधियों को रोक दिया था संस्था ने यह सुनिश्चित किया था कि साहित्यिक गतिविधियाँ शून्यता से ग्रस्त न हों और ऑनलाइन गतिविधियाँ बचाव में आईं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि डोगरी संस्था को मातृभाषा डोगरी और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए अपनी विभिन्न पहलों में सभी डोगरों का समर्थन मिलेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह