जम्मू-कश्मीर में सहकारी संस्कृति को कायम नहीं रख सकी सरकार : नेकां
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जम्मू, 20 नवंबर (हि.स.)। नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष मुबारक गुल ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए पर्याप्त उपाय करने में सरकार को विफल बताया। यहां शेर-ए-कश्मीर भवन में पार्टी के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ बातचीत करते हुए, वरिष्ठ नेकां नेता ने हालिया असर डोडा दुर्घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की, जिसमें 39 लोगों की जान चली गई और लगभग 17 गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति सरकार की उदासीनता की याद दिलाती हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार की निष्क्रियता के कारण अनगिनत लोगों की जान चली गई और पीड़ितों के परिवारों को भारी दर्द और पीड़ा हुई। इसी बीच नेकां नेता ने डोडा दुर्घटना की गहन जांच का भी आह्वान किया और कहा कि त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, सरकार को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। लोगों की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
जेकेएनसी जम्मू के प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता ने भी बैक टू विलेज कार्यक्रमों की प्रभावशीलता पर गंभीर चिंता जताई और कहा कि यह अपने कार्यान्वयन के दौरान उठाए गए मुद्दों को संबोधित करने में विफल रहा है। उन्होंने इसे ऐसी फिजूलखर्ची को अंजाम देते हुए जनता की गाढ़ी कमाई को बर्बाद करने का निरर्थक प्रयास करार दिया, जिसका कोई उद्देश्य नहीं है। गुप्ता ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को ग्रामीण इलाकों के दौरे के दौरान लोगों ने काफी परेशान किया है, क्योंकि लोगों से किये गये वादे पूरे नहीं किये गये।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान