जीडीसी हीरानगर ने छात्रों के लिए औद्योगिक भ्रमण किया आयोजित, प्लास्टिक पुनर्चक्रण पर दी जानकारी
कठुआ, 04 नवंबर (हि.स.)। राजकीय जीएलडीएम डिग्री कॉलेज हीरानगर द्वारा पर्यावरण विज्ञान विभाग और रसायन विज्ञान विभाग के छात्रों के लिए एक औद्योगिक भ्रमण का आयोजन किया गया।
पाँचवें सेमेस्टर के छात्रों ने कठुआ के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित यूनिवर्सल प्लास्टिक इंडस्ट्रीज नामक एक पुनर्चक्रण इकाई का दौरा किया। छात्रों ने प्लास्टिक के पुनर्चक्रण में शामिल विभिन्न प्रक्रियाओं का गहनता से अवलोकन किया। औद्योगिक इकाई के अधिकारियों ने छात्रों को उद्योग की कार्यप्रणाली और कार्यक्षमता के बारे में मार्गदर्शन दिया। उन्होंने पुनर्चक्रण में शामिल विभिन्न प्रक्रियाओं को प्रदर्शित किया, जैसे प्लास्टिक कचरे को प्रकार के अनुसार छांटना, उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटना और फिर दूषित पदार्थों को हटाने के लिए उसे धोना और साफ करना। अंत में साफ किए गए प्लास्टिक को पिघलाकर छर्रों में बदल दिया जाता है। उन्होंने बताया कि उद्योग में बनने वाले प्लास्टिक के छर्रे विभिन्न अन्य उद्योगों के लिए कच्चे माल का काम करते हैं जहाँ इन्हें विभिन्न उत्पादों में ढाला जाता है। यह भ्रमण महाविद्यालय की सम्मानित प्राचार्या डॉ. प्रज्ञा खन्ना के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया था। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्लास्टिक कचरे के पुनर्चक्रण से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होता है, ऊर्जा की बचत होती है, प्रदूषण कम होता है और लैंडफिल तथा महासागरों में कचरे की मात्रा न्यूनतम होती है। इस भ्रमण का समन्वय पर्यावरण विज्ञान विभाग की अध्यक्ष और इको-क्लब की संयोजक प्रोफेसर नीरू शर्मा ने किया। उन्होंने विद्यार्थियों को प्लास्टिक के खतरों और प्लास्टिक पुनर्चक्रण के महत्व के बारे में जानकारी दी।
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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया

