पूर्व उपमुख्यमंत्री ने संविधान हत्या दिवस मनाने के फैसले का स्वागत किया
जम्मू, 13 जुलाई (हि.स.)। वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता ने 1975 में आपातकाल की घोषणा के दिन को याद करते हुए 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाने के सरकार के फैसले का स्वागत किया है। गुप्ता के मुताबिक इस पहल का उद्देश्य उन लोगों के योगदान का सम्मान करना है जिन्होंने उस दौर की अमानवीय पीड़ा को सहन किया।
शनिवार को यहां जारी एक बयान में वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाया गया आपातकाल भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला दौर था। उन्होंने कहा कि तत्कालीन शासकों ने मीडिया सहित असहमति की सभी आवाजों को दबाने के लिए दमनकारी तरीके अपनाए। उन्होंने कहा जब देश में आपातकाल लगाया गया था तब मैं दसवीं कक्षा का छात्र था। किशोर होने के बावजूद मेरे साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया और मेरा एकमात्र दोष यह था कि मैं उस समय आरएसएस से जुड़ा हुआ था। उन्होंने कहा कि हमें कट्टर अपराधियों की तरह हथकड़ी लगाकर अदालत में पेश किया गया।
कविंद्र ने कहा कि लाखों लोगों के प्रयासों से आपातकाल हटा और भारत में लोकतंत्र बहाल हुआ। उस समय एक परिवार के हित पार्टी के हितों और राष्ट्रीय हितों पर हावी हो गए। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति आज की कांग्रेस में भी पनप रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह
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