शहीदों के सर्वाेच्च बलिदान युवाओं के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत: डीडीसी अनीता चौधरी
रामगढ़, 15 दिसंबर (हि.स.)। लड़े वो वीर जवान जब, ठंडा खून फौलाद हुआ, मरते-मरते कई मार दिए, तभी तो देश आजाद हुआ। किसी के द्वारा लिखी गई यह पंक्तियां याद आई जब 15 दिसंबर 1971 को भारत-पाक युद्ध के दौरान राजस्थान के जैसलमेर सेक्टर में दुश्मनों से मुकाबला करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए शहीद कैप्टन बहादुर सिंह को रविवार को उनके पैतृक गाव चक-भंबो में श्रद्धांजलि दी गई।
श्रद्धांजलि समारोह में क्षेत्र की महिला डीडीसी सदस्य अनीता चौधरी मुख्यातिथि रहीं। उनके साथ पूर्व पंचायत चेयरमैन टोनी चौधरी सहित परिजन व गणमान्य लोग मौजूद थे। अनीता चौधरी ने शहीद कप्तान बहादुर सिंह, वीर चक्र को गांव चक-भंबो में शहीदी दिवस के दौरान पुष्पांजलि अर्पित की।
देश की अखंडता और संप्रभुता को कायम रखने में सुरक्षा बलों के बहादुरी को याद करते हुए अनीता चौधरी ने कहा कि उनके सर्वाेच्च बलिदान हमेशा युवाओं के बीच देशभक्ति व उत्साह को बढ़ावा देने के अलावा एक मार्गदर्शक बल बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि सांबा जिले ने राष्ट्र को कई बहादुर सैनिक दिए हैं जिन्होंने देश और देश के लोगों के लिए अपने जीवन को त्यागकर सांबा जिला को गर्वान्वित किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र हमेशा देश की सेवा में बहादुर सैनिकों के सर्वाेच्च बलिदान के लिए ऋणी रहेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।