खानाबदोश गुज्जर और बकरवाल समुदायों से संपर्क किया
जम्मू, 1 जून (हि.स.)। भारतीय सेना गुज्जर और बकरवाल समुदायों से जुड़ने के अपने प्रयासों को जारी रखे हुए है, जो हिमालय के सबसे देहाती और ऐतिहासिक रूप से समृद्ध जातीय समूहों में से एक है। ये जनजातियाँ, जो जम्मू और कश्मीर की आबादी का लगभग 11 प्रतिशत हिस्सा हैं, अपनी अनूठी संस्कृति और जातीय परंपराओं के लिए जानी जाती हैं। इन समुदायों के कई सदस्य खानाबदोश जीवन शैली जीते हैं, जो अपनी पारंपरिक मौसमी प्रथाओं के हिस्से के रूप में हर साल पीर पंजाल पर्वतमाला की ऊँचाई पर जाते हैं।
हाल ही में एक पहल में भारतीय सेना ने पुंछ जिले के जम्मू शिद क्षेत्र में गुज्जरों और बकरवाल लोगों से बातचीत की। इस जुड़ाव का उद्देश्य इन जनजातियों के साथ एक मजबूत संबंध बनाए रखना और उनके मुद्दों को संबोधित करना है। यह बातचीत इन समुदायों की जरूरतों को समझने और उनका समर्थन करने के लिए सेना की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है यह सुनिश्चित करती है कि उनकी परंपराओं और जीवन शैली का सम्मान और संरक्षण किया जाए।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान
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