'परमाणु और आणविक भौतिकी' पर कैप्सूल कोर्स का उद्घाटन
जम्मू, 3 जून (हि.स.)। जापान के सोफिया विश्वविद्यालय के प्रख्यात वैज्ञानिक और शोधकर्ता प्रो. योशिरो अजूमा, जो आईआईटी दिल्ली में विजिटिंग फैकल्टी सदस्य भी हैं, ने सोमवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, एनआईटी श्रीनगर के पीजी भौतिकी विभाग में 'परमाणु और आणविक भौतिकी' पर एक सप्ताह तक चलने वाले कैप्सूल कोर्स का उद्घाटन किया।
यह कार्यक्रम नैनो-मिशन सेक्टर, डीएसटी, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित, एनआईटी श्रीनगर के मल्टीफंक्शनल मैटेरियल्स के लिए प्रयोगशाला के सहयोग से आयोजित किया गया है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के नैनोसाइंस स्कूल की प्रो. प्रतिमा सोलंकी इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। पड़ोसी संस्थानों से बड़ी संख्या में स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र हाइब्रिड और ऑफलाइन दोनों तरीकों से कार्यशाला में भाग ले रहे हैं। प्रख्यात वक्ता प्रो. योशिरो अजूमा ने सोफिया विश्वविद्यालय, जापान और आईआईटी दिल्ली से अपने विशाल अनुभव साझा किए।
अपने भाषण के दौरान, उन्होंने परमाणु भौतिकी में अपने करियर से अमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की और उन्नत फोटॉन स्रोत, एपीएस और सिंक्रोट्रॉन विकिरण सुविधा जैसी उन्नत सुविधाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा, जापानी और भारतीय छात्रों के बीच एक महत्वपूर्ण अंतर है। भारतीय छात्र गणित में उत्कृष्ट हैं और आईआईटी और एनआईटी में अपने अध्ययन के लिए एक केंद्रित दृष्टिकोण बनाए रखते हैं। इसके विपरीत, जापानी छात्र अधिक आराम से रहते हैं और व्यापक अनुभव प्राप्त करने के लिए अक्सर छुट्टियों के दौरान यात्रा करते हैं।
इसी बीच जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के नैनोसाइंस स्कूल की प्रो. प्रतिमा सोलंकी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में भौतिकी विभाग, विशेष रूप से प्रो. एमए शाह को एनआईटी परिसर में परमाणु और आणविक भौतिकी पर सप्ताह भर चलने वाले पाठ्यक्रम के आयोजन में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, ऐसे आयोजनों के आयोजन से हम अपने समाज को कुछ वापस देने की स्थिति में हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।