भाजपा ने पीओजेके के विस्थापितों, पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों और स्थानीय आवंटियों को भूमि स्वामित्व के अधिकार दिलाने पर जोर दिया
जम्मू, 22 जुलाई (हि.स.)। भाजपा ने पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर (पीओजेके), पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों (डब्ल्यूपीआर) और जम्मू-कश्मीर में स्थानीय आवंटियों के लिए भूमि स्वामित्व के अधिकार सुरक्षित करने के लिए अपना अभियान तेज कर दिया है। पार्टी ने इन लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों को हल करने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।
जम्मू के त्रिकुटा नगर स्थित भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव डॉ. नरिंदर सिंह रैना ने पूर्व एमएलसी चौधरी विक्रम रंधावा, कार्यालय सचिव तिलक राज गुप्ता, मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा और वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह के साथ मामले की गंभीरता पर प्रकाश डाला।
डॉ. रैना ने जम्मू-कश्मीर सरकार के 1965 के 254 सी आदेश का हवाला दिया जिसके तहत पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर के विस्थापितों को उन्हें आवंटित सरकारी भूमि पर मालिकाना हक दिया गया था। उन्होंने हाल ही में राज्य के एक आदेश की आलोचना की जिसमें इन भूमियों को रेड लेंड सूची में वर्गीकृत किया गया था जिससे उनके हस्तांतरण और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
उन्होंने कहा पीओजेके से विस्थापित व्यक्तियों जिनमें शिविरों और गैर-शिविरों में रहने वाले लोग भी शामिल हैं को 1954 में कृषि उपयोग के लिए भूमि आवंटित की गई थी। 1965 के 254 सी आदेश के तहत उन्हें स्वामित्व अधिकार दिए गए थे। हालांकि हाल ही में इन भूमियों को रेड लेंड श्रेणी में शामिल किए जाने से उनके हस्तांतरण और बिक्री पर रोक लग गई है जिससे इन परिवारों की आजीविका प्रभावित हो रही है।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) से इन भूमियों को वर्तमान राज्य आदेश से बाहर रखने और विस्थापित व्यक्तियों के लिए विकसित कॉलोनियों को नियमित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा शुरू में 46 कॉलोनियां थीं लेकिन संख्या बढ़ गई है। हम एलजी से उन सभी को नियमित करने और पंजीकृत करने का अनुरोध करते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह
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