मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर को संपर्क, सुरक्षा और विकास का केंद्र बना रही है: डॉ. प्रदीप
जम्मू, 21 दिसंबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा केंद्र सरकार की बढ़ी हुई वित्तीय सहायता को स्वीकार किया जाना, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की केंद्रशासित प्रदेश के समग्र विकास, सुरक्षा और समृद्धि के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की स्पष्ट पुष्टि है, यह बात जम्मू-कश्मीर भाजपा के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप माहोत्रा ने कही।
डॉ. प्रदीप माहोत्रा ने कहा कि केंद्र से निरंतर और उदार वित्तीय आवंटन ने जम्मू-कश्मीर को आर्थिक, रणनीतिक और सामाजिक रूप से मूलतः रूपांतरित किया है—जो दशकों तक पूर्ववर्ती सरकारों के दौर में एक दूर का सपना बना रहा।
एक हालिया महत्वपूर्ण उपलब्धि का उल्लेख करते हुए डॉ. प्रदीप ने कहा कि कश्मीर घाटी में सीधे खाद्यान्न ढोने वाली मालगाड़ी का आगमन लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति-श्रृंखला दक्षता में ऐतिहासिक बदलाव का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “पहले पंजाब से आवश्यक आपूर्ति सड़क मार्ग से कश्मीर पहुंचने में काफी अधिक समय लगता था। रेल आधारित इस नई व्यवस्था से समय की बचत होगी, लागत कम होगी, संसाधनों का संरक्षण होगा और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मजबूत होगी, जिससे न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश को लाभ होगा।”
डॉ. प्रदीप ने आगे कहा कि सिर्फ दो दिन पहले चेनाब नदी पर बने विश्व के सबसे ऊंचे रेल पुल से होकर विशेष सैन्य रेलगाड़ी के माध्यम से कश्मीर घाटी में टैंकों और तोपखाने का प्रवेश भारत की बढ़ती रक्षा पहुंच, तैयारी और परिचालन क्षमता का सशक्त उदाहरण है। उन्होंने कहा, “यह ऐतिहासिक घटना दर्शाती है कि मोदी सरकार ने न केवल सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण किया है, बल्कि विशेष रूप से संवेदनशील और रणनीतिक सीमाओं पर मजबूत आधारभूत ढांचा और लॉजिस्टिक्स प्रणाली भी विकसित की है।”
डॉ. प्रदीप ने कहा कि राजमार्गों का चार-लेनीकरण, रणनीतिक पुलों और सुरंगों का निर्माण, सड़क नेटवर्क का विस्तार तथा उधमपुर–श्रीनगर–बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का पूरा होना जम्मू-कश्मीर में संपर्क व्यवस्था को क्रांतिकारी रूप से बदल चुका है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की जम्मू-कश्मीर के लिए विकास दृष्टि केवल संपर्क तक सीमित नहीं है। “केंद्र के सहयोग से जम्मू-कश्मीर में जिलावार नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना, जम्मू और अवंतीपोरा में दो एम्स, उच्च शिक्षा संस्थानों का सुदृढ़ीकरण, तकनीकी एवं कौशल आधारित संस्थानों का विस्तार तथा एक अलग रेलवे डिवीजन का गठन हुआ है, जिससे रोजगार सृजन, सेवा वितरण में सुधार और क्षेत्रीय एकीकरण को मजबूती मिली है।”
डॉ. प्रदीप ने आगे कहा कि मौजूदा और नए पर्यटन स्थलों की पहचान और विकास, साथ ही आधारभूत ढांचे के उन्नयन से पर्यटन को नई गति मिली है, स्थानीय अर्थव्यवस्था सशक्त हुई है और युवाओं व उद्यमियों के लिए स्थायी आजीविका के अवसर पैदा हुए हैं।
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शांति, विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा साथ-साथ आगे बढ़े हैं,” डॉ. प्रदीप ने कहा। उन्होंने जोड़ा कि अब राजनीतिक विरोधियों द्वारा भी स्वीकार किए जा रहे तथ्य उस दशकों की उपेक्षा, नीतिगत जड़ता और अविकास को उजागर करते हैं, जिसने पहले जम्मू-कश्मीर को प्रभावित किया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता

