सीयूईटी के परीक्षा केंद्रों को राज्य और जिला स्तर पर रखे जाने की मांग
जम्मू, 24 नवंबर (हि.स.)। शिवसेना(यूबीटी) जम्मू-कश्मीर इकाई ने राज्य व जिला स्तर पर कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के परीक्षा केंद्रों को निर्धारित करने तथा स्थानीय छात्रों को प्रवेश में वरीयता देने की मांग की है। पार्टी प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर समेत हर राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेश के कालेजों एवं विश्वविद्यालयों में प्रवेश का पहला हक स्थानीय छात्रों का होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें सी यू ई टी परीक्षा से कोई दिक्कत नहीं है मगर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा परीक्षा केंद्रों का राज्य से बाहर निर्धारित करने की मनमानियों पर पूर्ण विराम लगाने के साथ स्थानीय छात्रों को प्रवेश पर पहला हक देना होगा ।
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस जम्मू-कश्मीर को देश का ताज कहा जाता हैं वह देश के उच्चतम साक्षरता दर वाले शीर्ष 10 राज्यों के सूची में शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि 2023 में जम्मू-कश्मीर के करीब 24,000 छात्रों को अन्य राज्यों में सीयूईटी परीक्षा केंद्र मिले थे। जिस कारण छात्रों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था, सैकंडों छात्र परीक्षा केंद्रों तक भी नहीं पहुंच सके थे। साहनी ने कहा कि महंगाई, बेरोज़गारी और आर्थिक मंदी से अभिभावक बहुत मुश्किल से अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं। ऐसे दूर एवं अन्य राज्यों में परीक्षा केंद्र बना उनपर अतिरिक्त बोझ न डाला जाए। उन्होंने कहा कि 2024 की परीक्षा में इस परम्परा को बदलना होगा ।
साहनी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कतई सहन नहीं किया जाएगा, अगर उक्त मांगों पर अमल नहीं किया गया तो शिवसेना एक जन आंदोलन छेड़ने और सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होगी। इस मौके पर अध्यक्ष महिला विंग मीनाक्षी बख्शी, उपाध्यक्ष संजीव कोहली, महासचिव जीआई सिंह, अध्यक्ष कामगर विंग राज सिंह, सचिव युवा विंग राकेश हांडा, शशिपाल मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान
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