सेना प्रमुख ने लेह दौरे के दौरान भविष्य के लिए तैयार सेना के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों को अपनाने पर दिया बल
श्रीनगर, 28 जुलाई (हि.स.)। थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आज उभरती हुई तकनीकों को अपनाने और भविष्य के लिए तैयार सेना बने रहने के लिए निरंतर विकास की आवश्यकता पर बल दिया।
लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर मुख्यालय और सियाचिन ब्रिगेड के अपने दौरे के दौरान सेना प्रमुख ने परिचालन तैयारियों की समीक्षा की और दुनिया की सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सैनिकों की व्यावसायिकता और अनुकरणीय सेवा के लिए उनकी सराहना की।
सेना प्रमुख लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर और सियाचिन ब्रिगेड के मुख्यालयों का दौरा करने के बाद सैनिकों को संबोधित कर रहे थे ताकि परिचालन तैयारियों की समीक्षा की जा सके।
सेना के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (एडीजीपीआई) ने कहा कि सैनिकों को संबोधित करते हुए सीओएएस ने उभरती हुई तकनीकों को अपनाने और भविष्य के लिए तैयार सेना बने रहने के लिए निरंतर विकास की आवश्यकता पर बल दिया।
जनरल द्विवेदी ने कल दुनिया के सबसे ऊँचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर में एक अग्रिम चौकी का दौरा किया और 18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स (18 जेएके आरआईएफ) के बहादुर सैनिकों से बातचीत की, जिस बटालियन में वे कभी कमीशन प्राप्त कर चुके थे।
हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता

