जम्मू में मंदिरों में तोड़फोड़ और मुठभेड़ों के खिलाफ पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन किया
जम्मू, 7 जुलाई (हि.स.)। मिशन स्टेटहुड ने रविवार को पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन किया जिसमें नगरोटा और रियासी में भगवान हनुमान और भोले शिव बाबा मंदिरों में तोड़फोड़ की हालिया घटनाओं और कुलगाम और राजौरी में मुठभेड़ों में सुरक्षाकर्मियों की शहादत की निंदा की गई। मिशन के अध्यक्ष सुनील डिम्पल के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने अम्फला-जानीपुर हाईकोर्ट रोड पर विरोध रैली भी निकली, जिसमें दोषियों के पुतले जलाए गए। इसमें हिंदू, मुस्लिम और सिख सहित विभिन्न धार्मिक समुदायों के लोग शामिल हुए और सभी ने अपने गुस्से और हताशा को व्यक्त किया।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए डिम्पल ने भाजपा और एनडीए सरकार को कड़ी चेतावनी दी और धमकी दी कि अगर जम्मू-कश्मीर में मंदिरों में राजनीतिक तोड़फोड़ बंद नहीं हुई तो वे जम्मू बंद का आह्वान करेंगे। उन्होंने जम्मू के नगरोटा और रियासी के दरमारी में हिंदू मंदिरों में आग लगाने और मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने की हालिया घटनाओं की ओर इशारा करते हुए असामाजिक तत्वों को दोषी ठहराया। डिंपल ने जम्मू-कश्मीर में मंदिरों, हिंदू तीर्थयात्रियों और सुरक्षा बलों की सुरक्षा पर गंभीर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा कुलगाम में दो सेना के जवानों की शहादत और क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर अन्य हमलों का हवाला दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बर्बरता और हिंसा की ये हरकतें आगामी विधानसभा चुनावों से पहले जनता को ध्रुवीकृत करने का प्रयास हैं। डिंपल ने 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी करते हुए नगरोटा में भगवान हनुमान मंदिर को नुकसान पहुंचाने के लिए जिम्मेदार लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने लोगों से इस कठिन समय में सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारा बनाए रखने का आह्वान किया। डिंपल ने सरकार से अमरनाथ यात्रा को बाधित करने और आगामी चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास करने वाले विभाजनकारी धार्मिक समूहों के व्यक्तियों को गिरफ्तार करने का आग्रह किया।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।