आतंकवाद के बढ़ते खतरों के बीच वीडीजी को मजबूत करने की वकालत की
जम्मू, 13 अगस्त (हि.स.)। वरिष्ठ भाजपा नेता और जिला डोडा के प्रभारी पवन शर्मा ने जम्मू-कश्मीर में ग्राम रक्षा समूहों (वीडीजी) को मजबूत करने के संबंध में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जम्मू-कश्मीर के हालिया बयान का पुरजोर समर्थन किया है। शर्मा ने इस घोषणा का स्वागत किया कि वीडीजी अब सीमावर्ती क्षेत्रों में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के साथ समन्वय में काम करेंगे।
शर्मा ने उपराज्यपाल (एलजी) प्रशासन से वीडीजी सदस्यों के मानदेय में वृद्धि करने और उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में नए वीडीजी समूह स्थापित करने का आग्रह किया है। उन्होंने आतंकवाद-ग्रस्त और कमजोर क्षेत्रों में युवाओं को आधुनिक और परिष्कृत हथियारों के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। शर्मा ने विशेष रूप से पुरानी 303 राइफलों को चरणबद्ध तरीके से हटाने और उनकी जगह एके-47, इंसास राइफल और एसएलआर जैसे अधिक उन्नत हथियारों को लाने का आह्वान किया।
वीडीजी की ऐतिहासिक भूमिका पर प्रकाश डालते हुए शर्मा ने कहा कि ये समूह जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से निपटने में महत्वपूर्ण थे खासकर तत्कालीन जिला डोडा में। हालांकि उन्होंने बताया कि खतरों की प्रकृति में काफी बदलाव आया है। आतंकवादियों के पास अब उन्नत हथियार और तकनीक है जिसमें एम4 कार्बाइन और अन्य उच्च तकनीक वाले हथियार शामिल हैं। इन घटनाक्रमों के मद्देनजर शर्मा ने तर्क दिया कि सभी मौजूदा और नए वीडीजी के लिए आधुनिक युद्ध तकनीकों और गुरिल्ला युद्ध में पूरी तरह से प्रशिक्षित होना आवश्यक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि समकालीन आतंकवादियों द्वारा अपनाई गई परिष्कृत रणनीति का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए वीडीजी के लिए उन्नत प्रशिक्षण और उपकरण महत्वपूर्ण हैं। शर्मा के बयान आधुनिक आतंकवाद की बढ़ती चुनौतियों का समाधान करने और क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अद्यतन संसाधनों और प्रशिक्षण की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह
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