जम्मू-कश्मीर के लोगों को धोखा देने और गठबंधन सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया

जम्मू, 16 अप्रैल (हि.स.)। मिशन स्टेटहुड के अध्यक्ष सुनील डिंपल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा बहाल करने में विफल रहने और कथित खरीद-फरोख्त के जरिए गठबंधन सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करके जम्मू-कश्मीर के लोगों को धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया है हालाँकि इसके लिए कोई सबूत पेश नहीं किये हैं। नेकां के साथ करीबी बढ़ाने का प्रयास करने वाले डिंपल ने गठबंधन सरकार के छह महीने सफलतापूर्वक पूरे होने पर डॉ. फारूक अब्दुल्ला को बधाई दी और कहा कि गठबंधन सभी गठबंधन विधायकों और मिशन स्टेटहुड के पूर्ण समर्थन से अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगा।
उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों के दलबदल की मीडिया रिपोर्टों को निराधार बताते हुए पूर्व रॉ प्रमुख ए.एस. दुलत पर अपनी किताब को बढ़ावा देने के लिए अफवाह फैलाने और गठबंधन के भीतर विभाजन पैदा करने के लिए कथित तौर पर भाजपा के निर्देशों पर काम करने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि रॉ प्रमुख पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर की राजनीती के विशेषज्ञ हैं। उन्हें यहां की पेचीदगियों का बारीकी से ज्ञान है। इसके बावजूद उन पर डीम्पल के यह आरोप मात्र राजनीती से प्रेरित लगते हैं।
इसके बाद डिंपल ने गैर-निवासियों को 84,000 निवास प्रमाण पत्र जारी करने पर भी चिंता जताई और क्षेत्र की जनसांख्यिकी को बदलने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि लाखों नहरों की ज़मीन बाहरी निवेशकों को आवंटित की गई है और भाजपा पर जम्मू-कश्मीर के संसाधनों का आधुनिक समय की ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह दोहन करने का आरोप लगाया।
उन्होंने सभी गैर-जम्मू-कश्मीर अधिवासों को रद्द करने, डोगरा राज्य की पहचान को बहाल करने और अप्रैल से दरबार मूव को फिर से शुरू करने की मांग की। उन्होंने सरकार से बिजली बिल माफ करने, 200 मुफ़्त बिजली यूनिट देने, एलपीजी राशन को दोगुना करने और सरकारी विभागों में 32,000 रिक्त पदों को भरने का भी आग्रह किया।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा