हिमालय परिवार ने लिया हिमालय संरक्षण का संकल्प, धर्मशाला में हुई बैठक
धर्मशाला, 17 दिसंबर (हि.स.)। भारत के सजग प्रहरी हिमालय पर्वत श्रृंखला के संरक्षण और उत्थान के लिए समर्पित संगठन 'हिमालय परिवार' ने कांगड़ा जिला मुख्यालय धर्मशाला में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारी इंद्रेश कुमार द्वारा 21 साल पहले स्थापित इस संगठन ने अब देश के हर राज्य में अपनी इकाइयों को मजबूत करने का अभियान शुरू कर दिया है। इसी क्रम में हिमाचल प्रदेश इकाई के नए प्रांत अध्यक्ष और मशहूर समाजशास्त्री वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. मोहिंदर सलारिया ने पदभार संभालते ही प्रदेशव्यापी प्रवास आरंभ कर दिया है, जिसकी शुरुआत धर्मशाला में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक से हुई।
बैठक में डॉ. सलारिया ने कार्यकर्ताओं के साथ हिमालय उत्थान के लिए सात सूत्रीय संकल्प दोहराए। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये संकल्प हिमालयी क्षेत्र की सामाजिक-सांस्कृतिक वास्तविकताओं पर आधारित हैं और इन्हें पहले हिमाचल प्रदेश में परखा जाएगा। सफलता मिलने पर इस मॉडल को पूरे देश में लागू किया जाएगा। ये संकल्प पर्यावरण संरक्षण से लेकर राष्ट्र की एकता और अखंडता तक, हिमालय क्षेत्र के समग्र विकास और सुरक्षा पर केंद्रित हैं।
हिमालय परिवार द्वारा लिए गए सात संकल्पों में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन (वृक्षारोपण, जल संरक्षण, प्लास्टिक मुक्त अभियान), नदी, पर्वत और वनों की रक्षा (जलस्रोत पुनर्जीवन, अतिक्रमण हटाना), आपदा प्रबंधन व राहत कार्य (प्रशिक्षित स्वयंसेवक, त्वरित राहत), सांस्कृतिक पुनर्जागरण (लोकगीत-नृत्य संवर्धन), सेवा, सहकार और समाज जागरण (स्वास्थ्य शिविर, नशा विरोधी अभियान), युवा जागरण व नेतृत्व निर्माण (प्रशिक्षण शिविर, एडवेंचर गतिविधियां), और राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा (सीमा जागरूकता, सद्भाव प्रसार, हिमालय की रक्षा-भारत की रक्षा) शामिल हैं।
डॉ. सलारिया ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ये संकल्प हिमालय और राष्ट्र के भविष्य की आधारशिला हैं। उन्होंने कहा कि संगठन इन संकल्पों को जन-जन तक पहुंचाएगा। वहीं प्रांत प्रमुख के तौर पर, डॉ. मोहिंद्र सलारिया ने बताया कि हिमालय परिवार के ये सात संकल्प हिमालयी समाज को आत्मनिर्भर बनाएंगे। इन्हें जीवन में उतारकर हम भावी पीढ़ियों के लिए हिमालय सुरक्षित रखेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया

