किसानों की आय बढ़ाना प्राथमिकता, ऊना में आजादी के पर्व पर बोले कृषि मंत्री
ऊना, 15 अगस्त (हि.स.)। कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने स्वतंत्रता दिवस पर ऊना में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक छात्र पाठशाला ऊना के प्रांगण में ध्वजारोहण किया और मार्च पास्ट की सलामी लेने के उपरांत जिला वासियों को संबोधित किया। इस अवसर पर विकासात्मक योजनाओं पर झांकियां निकाली गईं तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।
प्रो. चंद्र कुमार ने अपने संबोधन में ऊना जिलावासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों की पुण्य स्मृतियों को नमन किया। उन्होंने देश की स्वतंत्रता की हिफाजत के लिए बलिदान देने वाले वीर सैनिकों को भी स्मरण किया।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। प्रदेश की लगभग 69 प्रतिशत आबादी परोक्ष या अपरोक्ष रूप से कृषि क्षेत्र से जुड़ी है। इसके दृष्टिगत सरकार ने कृषि उत्पादन बढ़ाने और किसानों की आय में वृद्धि के लिए निर्णायक कदम उठाए गए हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि हिमाचल सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए हिम उन्नति योजना लागू की है। इसमें 150 करोड़ रुपये का बजट आवंटन किया गया है। इसके अंतर्गत लगभग 50 हजार किसानों को शामिल करने के लिए 2600 कृषि समूहों को स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने तय किया है कि प्राकृतिक रूप से उगाए गए गेहूं को 40 और मक्की को 30 रुपये प्रति किलोग्राम के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। यह न्यूनतम समर्थन मूल्य देश के सभी राज्यों में सबसे अधिक है। इसके माध्यम से स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए आय सृजन के नए स्रोत बनेंगे।
प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि दूध खरीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करने वाला हिमाचल देश का एकमात्र राज्य है। सरकार ने गाय के दूध पर न्यूनतम समर्थन मूल्य को 32 रुपये से बढ़ाकर 45 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध को 47 रुपये से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति लीटर किया है। प्रदेश में दूध आधारित कारोबार की व्यवस्था को विकसित करने के लिए हिम गंगा योजना के माध्यम से दूध खरीद, प्रोसेसिंग, मार्केटिंग की व्यवस्था में गुणवत्ता सुधार किया जा रहा है।
कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में खेती बाड़ी और पशुपालन के ढांचे में बदलाव के लिए काम कर रही है। इस प्रकार की कृषि व्यवस्था को बढ़ावा देने के प्रयास हैं जिससे किसानों की आर्थिकी मजबूत बने। हमारी कोशिश है कि फसलों में रयासनों के प्रयोग को कम करके प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन मिले। उन्होंने कहा कि जाइका परियोजना के दूसरे चरण में वित्त वर्ष 2024-25 में 50 हजार हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि को सब्जी उत्पादन के अंतर्गत लाने का लक्ष्य है।
प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि अच्छी खेती, सिंचाई की अच्छी व्यवस्था पर निर्भर करती है। इसलिए प्रदेश सरकार किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा मुहैया कराने के लिए काम कर रही है। इसके लिए ऊना जिले में 120 करोड़ रुपये की दो प्रमुख सिंचाई योजनाएं बीत क्षेत्र और कुटलैहड़ चरण-दो केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय को स्वीकृति के लिए भेजी जा रही हैं। इसके अलावा जिले में नाबार्ड के तहत 16 योजनाओं पर 121 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इन सभी योजनाओं का काम तेज गति से चल रहा है।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों में लोगों को 10 गारंटियां दी थीं, उनमें से अधिकतर को पूरा कर लिया गया है। पुरानी पेंशन बहाली समेत अनेक बड़े एवं ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं। वहीं सरकार ने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना आरंभ करके पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक मदद देने का वादा भी पूरा कर दिया है। इस योजना में ऊना जिले में 7280 महिलाओं को तीन माह की राशि एक मुश्त जारी करते हुए 3 करोड़ 27 लाख 60 हज़ार रुपये उनके बैंक खातों में डाले जा चुके हैं।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / विकास कौंडल / सुनील शुक्ला
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