अटल स्म अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों को आत्मसात करने का लिया संकल्प

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नाहन, 30 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय राजनीति के युगपुरुष, श्रद्धेय भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्य स्मृति को समर्पित अटल स्मृति संगोष्ठी का आयोजन आज ग्राम नवादा पर अत्यंत गरिमामयी, अनुशासित एवं भावपूर्ण वातावरण में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

कार्यक्रम में पांवटा साहिब के विधायक एवं पूर्व ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी तथा अटल स्मृति दिवस प्रभारी, पांवटा विधानसभा एवं प्रदेश महामंत्री, भारतीय जनता युवा मोर्चा सुशील कडशोली विशेष रूप से उपस्थित रहे।

इस अवसर पर विधायक एवं पूर्व ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के ऐसे महान नेता थे जिन्होंने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा कि अटल जी ने राजनीति को सेवा, सुशासन और राष्ट्रनिर्माण का माध्यम बनाया। सुखराम चौधरी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के विचार—राष्ट्रप्रथम, अंत्योदय और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा—आज भी प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए मार्गदर्शक हैं और इन्हीं विचारों को आत्मसात कर देश और समाज की सेवा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।

सुशील कडशोली ने अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन दर्शन, राजनीतिक यात्रा और राष्ट्र के प्रति उनके अमूल्य योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के ऐसे शिखर पुरुष थे जिन्होंने वैचारिक मतभेदों के बावजूद सदैव राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा। वे संसदीय मर्यादाओं के सजग प्रहरी, संवाद और सहमति की राजनीति के प्रबल समर्थक तथा लोकतंत्र की आत्मा को सशक्त करने वाले नेता थे। उनके नेतृत्व में राजनीति में शालीनता, संवेदनशीलता और मानवीय मूल्यों की सुदृढ़ परंपरा स्थापित हुई।

संगोष्ठी में अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लिए गए ऐतिहासिक निर्णयों को विशेष रूप से स्मरण किया गया, जिनमें भारत को परमाणु शक्ति के रूप में स्थापित करना, स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना के माध्यम से देश के आधारभूत ढांचे को सशक्त बनाना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से ग्रामीण भारत को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना तथा विदेश नीति में संतुलन और साहस के साथ भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना शामिल है।

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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर

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