हिमाचल की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी, मैदानी इलाकों में घना कोहरा, सैलानी उमड़े
शिमला, 20 दिसंबर (हि.स.)। हिल स्टेशन शिमला में वीक एंड पर शनिवार को जब बादलों की मोटी चादर छाई रही, तब ऊंची हिमालयी चोटियों पर बर्फ के फाहे गिरते रहे। दिसंबर के तीसरे हफ्ते में मौसम ने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग रंग दिखाए। कहीं बर्फबारी, कहीं सर्द हवाएं और कहीं घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित किया। शिमला, कुफरी और मनाली में दिन भर बादल छाए रहे, जबकि निचले और मैदानी इलाकों में धूप और कोहरे के बीच आंखमिचौली चलती रही।
प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में रुक-रुक कर हिमपात हुआ। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। इसके बाद 22 से 26 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में मौसम के साफ रहने का अनुमान है। हालांकि 25 दिसंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, लेकिन इसके प्रभावी न होने के कारण प्रदेश में बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है। मैदानी जिलों में कोहरे ने सबसे ज्यादा परेशानी बढ़ाई है।
बिलासपुर जिले में दृश्यता घटकर महज 50 मीटर तक पहुंच गई। इससे सुबह और देर रात के समय यातायात पर असर रहा। मौसम विभाग ने 22, 23 और 24 दिसंबर को बिलासपुर जिले के भाखड़ा डैम जलाशय क्षेत्र और मंडी की बल्ह घाटी में घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है।
शनिवार को विभिन्न शहरों के न्यूनतम तापमान की बात करें तो शिमला में 11.8 डिग्री सेल्सियस, कुफरी में 10.2, मनाली में 5.4, धर्मशाला में 7.8, सोलन में 4.0, पालमपुर में 5.5, कांगड़ा में 6.0, मंडी में 5.9, हमीरपुर और ऊना में 5.5-5.5, बिलासपुर में 7.5, बरठीं में 5.6, नाहन में 9.4 और कसौली में 11.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। जनजातीय क्षेत्रों में ठंड का असर सबसे ज्यादा रहा, जहां लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान माइनस 5.7 और ताबो में माइनस 2.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
पिछले 24 घंटों में प्रदेश के औसत न्यूनतम तापमान में करीब 2 डिग्री सेल्सियस का उछाल आया है। ठंड के बावजूद पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की आवाजाही बनी हुई है।
शिमला और मनाली में बड़ी संख्या में पर्यटक बर्फबारी की उम्मीद लेकर पहुंच रहे हैं। हर साल की तरह इस बार भी सैलानी क्रिसमस पर ‘व्हाइट क्रिसमस’ की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार 25 दिसंबर को शिमला और मनाली में बर्फबारी की संभावना नहीं है। इस बीच लंबे समय से बारिश न होने के कारण प्रदेश में सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। दिसंबर महीने में अब तक एक बूंद भी बारिश दर्ज नहीं हुई है और वर्षा सामान्य से 100 फीसदी कम रही है। इसका सीधा असर फसलों और बागवानी पर पड़ रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

