विमल नेगी को न्याय दिलाने किन्नौर में सड़कों पर उतरे लोग, सीबीआई जांच की उठी मांग

शिमला, 5 अप्रैल (हि.स.)। पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध मौत को लेकर न्याय की मांग लगातार तेज होती जा रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को भाजपा जिला किन्नौर द्वारा रिकांगपिओ के रामलीला मैदान में कैंडल मार्च का आयोजन किया गया, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इस आयोजन में शोक और रोष का माहौल देखने को मिला।
कैंडल मार्च में किन्नौर से भाजपा प्रत्याशी रहे सूरत नेगी, स्व. विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी, उनके बड़े भाई सुरेंद्र नेगी और विधायक बलबीर वर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। परिजनों ने मंच से स्पष्ट कहा कि मामले में जिस तरह के नाम सामने आ रहे हैं, उससे यह स्पष्ट है कि निष्पक्ष जांच केवल सीबीआई ही कर सकती है। उन्होंने प्रदेश सरकार से खुली मांग की कि इस संवेदनशील मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए।
सरकार क्यों है मौन?
भाजपा नेता सूरत नेगी ने कहा कि विमल नेगी की मौत के बाद से भाजपा लगातार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और विधानसभा से लेकर सड़क तक सीबीआई जांच की मांग उठा रही है, लेकिन प्रदेश सरकार अब तक चुप है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब जनता, कर्मचारी संगठन और स्वयं परिजन सीबीआई जांच चाहते हैं, तो सरकार चुप क्यों बैठी है? उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलन और उग्र होगा।
विमल नेगी को बनाया गया था मानसिक रूप से टारगेट
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अब तक की जांच में यह सामने आया है कि पावर कॉरपोरेशन के कुछ वरिष्ठ अधिकारी अधीनस्थों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे और विमल नेगी भी इसका शिकार थे। जानकारी के अनुसार, दफ्तर में उन्हें घंटों खड़ा रखा जाता था और अनावश्यक दबाव बनाया जाता था। परिजनों ने कॉरपोरेशन के एमडी हरिकेश मीणा और निदेशक देशराज पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सूरत नेगी ने कांग्रेस मंत्री जगत नेगी के उस बयान की भी निंदा की जिसमें उन्होंने इस घटना की तुलना गुड़िया रेप-मर्डर केस से की थी। उन्होंने कहा कि यह बयान कांग्रेस सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है और जनता अब सब समझ चुकी है।
हमने कभी सीबीआई जांच से इंकार नहीं किया - परिजन
स्वर्गीय विमल नेगी के परिजनों ने स्पष्ट किया कि यदि कोई यह कह रहा है कि उन्होंने सीबीआई जांच का विरोध किया है तो यह पूरी तरह झूठ है। उन्होंने हमेशा यही मांग की है कि निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सज़ा मिले।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा