वेदांत कुटीर में चार दिवसीय पुण्यतिथि कार्यक्रम का शुभारंभ संत परंपरा को दी गई भावांजलि
मंडी, 30 दिसंबर (हि.स.)। वेदांत कुटीर में मंगलवार से चार दिवसीय वार्षिक पुण्यतिथि कार्यक्रम का अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ शुभारंभ हुआ। यह आयोजन कुटीर के संस्थापक, ब्रह्मलीन वेदान्त केसरी 108 स्वामी रामानंद परिखाजक महाराज की 47वीं पुण्यतिथि की स्मृति में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम के प्रथम दिन मंगलवार को प्रातः 11:00 बजे गीता पाठ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से पधारे संत-महात्माओं ने महाराज श्री का पूजन किया और उनके जीवन दर्शन को याद किया।
वेदांत कुटीर की अध्यक्ष साध्वी सेवा नंद सरस्वती ने बताया कि स्वामी रामानंद परिखाजक महाराज की पुण्यतिथि हर वर्ष पौष शुक्ल पक्ष दशमी को मनाई जाती है। इसी कड़ी में आगामी 2 जनवरी को स्वामी मोक्षानन्द सरस्वती महाराज की पुण्यतिथि भी वैदिक अनुष्ठानों के साथ मनाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर बुधवार दोपहर 2:00 बजे से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्री विष्णु सहस्त्रनाम का सामूहिक पाठ होगा। जबकि पहली जनवरी 2026 गुरुवार दोपहर 1:00 बजे सुंदर कांड के पाठ से प्रभु श्रीराम की महिमा का गुणगान किया जाएगा। दो जनवरी 2026 शुक्रवार समापन दिवस पर प्रातः 7:00 बजे श्री रामलिंगेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक होगा। इसके पश्चात 11:00 बजे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।
समापन समारोह के दौरान साध्वी सेवानंद सरस्वती, ब्रह्मचारी प्रणव चैतन्य एवं अन्य विद्वान संत प्रस्थानत्रयी उपनिषद्, ब्रह्मसूत्र एवं श्रीमद्भगवद्गीता और विश्व शांति में संतों के योगदान पर प्रकाश डालेंगे। कार्यक्रम के अंत में दोपहर 1:30 बजे संत पूजन व भंडारा और 2:00 बजे से जनसाधारण के लिए विशाल भंडारे का आयोजन होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा

