टीपीडीएस में गेहूं के आटे के सुदृढ़ीकरण को लेकर राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित
शिमला, 19 दिसंबर (हि.स.)। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा कर्नाटक हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट (केएचपीटी) और ग्लोबल एलायंस फॉर इम्प्रूव्ड न्यूट्रिशन (जीएआईएन) के सहयोग से लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली (टीपीडीएस) में गेहूं के आटे के सुदृढ़ीकरण को मजबूत करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य कमजोर वर्गों की पोषण सुरक्षा को सुदृढ़ करना और सुदृढ़ीकृत खाद्य पदार्थों के प्रभावी वितरण को सुनिश्चित करना रहा।
कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य सचिव आर.डी. नजीम ने मुख्य संबोधन देते हुए कहा कि राज्य सरकार पोषण सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने संस्थागत सुदृढ़ीकरण, विभागों के बीच बेहतर समन्वय और निरंतर तकनीकी सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर उन्होंने गेहूं के आटे के सुदृढ़ीकरण से संबंधित एक व्यापक नीति दस्तावेज का भी विमोचन किया, जो भविष्य की कार्यान्वयन रणनीतियों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगा।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम ने कहा कि राज्य गुणवत्तायुक्त सुदृढ़ीकृत गेहूं के आटे के माध्यम से टीपीडीएस को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे पोषण स्तर में सुधार आएगा।
तकनीकी सत्रों का संचालन सीएफटीआरआई के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक सुरेश सखारे ने किया। जीएआईएन की प्रिया भट्टाचार्य और केएचपीटी की मिहिका वखलू ने प्रक्रिया दस्तावेज के प्रमुख निष्कर्ष प्रस्तुत किए। कार्यशाला में जिला अधिकारियों, मिल संचालकों और अन्य हितधारकों ने सक्रिय भागीदारी की।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला

