शिमला में तहबाजारियों का नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन
शिमला, 29 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी शिमला के बाजारों में सड़क किनारे दुकाने लगाने वाले तहबाजारियों ने नगर निगम शिमला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। श्रमिक संगठन सीटू के बैनर तले तहबाजारी यूनियन ने सोमवार को उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया और कहा कि नगर निगम प्रशासन उनके खिलाफ तानाशाही तरीके से कार्यवाही कर रहा है। यूनियन ने नगर निगम आयुक्त पर उनकी मांगों को अनसुना करने के आरोप लगाए।
तहबाजारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम प्रशासन उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। इस काम को कर रहे युवाओं ने सरकार से रोजगार नहीं मांगा। शिक्षित युवा भी सड़क किनारे दुकान लगाकर अपना घर चला रहे हैं। इसके बावजूद नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी आकर सामान जब्त कर रहे हैं। इस सामान को वापस करने की बजाय स्टोर में भरा जा रहा है। हालांकि नियमों के तहत इन्हें सामान लौटना चाहिए। परिवार को चलाने के लिए कई महिलाएं भी तहबाजारी के तौर पर दुकाने सजाती हैं, उनके साथ ही इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जाता है।
शिमला तहबाजारी यूनियन के अध्यक्ष तजेंद्र बिट्टू ने कहा कि नगर निगम प्रशासन उनका सामान जब्त कर रहा है। जब वह नगर निगम आयुक्त से मिलने पहुंचे तो उनकी बात सुनी नहीं जाती। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम तहबाजारियों को उजाड़ने का काम कर रहा है कई वर्षों से पेट पालने के लिए सड़क किनारे बैठ रहे लोगों को उठाया जा रहा है। उनके पास परिवार के पालन पोषण के लिए कोई दूसरा साधन नही है। उन्होंने कहा कि वर्षों बाद इस तरह की कार्यवाही वाजिब नहीं हैं। अगर नगर निगम का रवैया ऐसा ही रहा तो वे परिवार के साथ सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल
/सुनील
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