बच्चों में विकसित करें वैज्ञानिक एवं इनोवेटिव सोच : हेमराज बैरवाडीसी ने किया 31वें राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन का शुभारंभएनआईटी में जुटे प्रदेश के विभिन्न जिलों के लगभग 600 बाल वैज्ञानिक

बच्चों में विकसित करें वैज्ञानिक एवं इनोवेटिव सोच : हेमराज बैरवाडीसी ने किया 31वें राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन का शुभारंभएनआईटी में जुटे प्रदेश के विभिन्न जिलों के लगभग 600 बाल वैज्ञानिक
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बच्चों में विकसित करें वैज्ञानिक एवं इनोवेटिव सोच : हेमराज बैरवाडीसी ने किया 31वें राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन का शुभारंभएनआईटी में जुटे प्रदेश के विभिन्न जिलों के लगभग 600 बाल वैज्ञानिक


हमीरपुर, 14 दिसंबर (हि. स.)। हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद (हिमकोस्टे) द्वारा शिक्षा विभाग और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर के सहयोग एवं नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन (एनसीएसटीसी) की सहायता से आयोजित किया जा रहा 31वां राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन वीरवार को यहां एनआईटी परिसर में आरंभ हो गया। उपायुक्त हमीरपुर हेमराज बैरवा ने इस चार दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ किया।

इस सम्मेलन में प्रदेश के विभिन्न जिलों के लगभग 600 स्कूली विद्यार्थी विज्ञान से संबंधित गतिविधियों एवं स्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं।

इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए उपायुक्त ने कहा बच्चों में वैज्ञानिक एवं इनोवेटिव सोच विकसित करने में इस तरह के आयोजन बहुत बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। हेमराज बैरवा ने कहा कि हमारे संविधान में उल्लेखित मौलिक कर्तव्यों में वैज्ञानिक सोच के विकास को भी शामिल किया गया है और इस दिशा में हिमकोस्टे बहुत ही सराहनीय प्रयास कर रही है।

सम्मेलन में प्रदर्शित मॉडल्स की सराहना करते हुए उपायुक्त ने कहा कि प्रतिभागी बाल वैज्ञानिकों ने अपने मॉडल्स में हमारे आम जनजीवन से संबंधित कई समस्याओं के समाधान सुझाए हैं और इनका प्रस्तुतीकरण बहुत ही बेहतरीन ढंग से किया है। इन बाल वैज्ञानिकों की प्रतिभा को तराशने पर भविष्य में अच्छे परिणाम लाए जा सकते हैं।

उपायुक्त ने कहा कि इन बच्चों के मॉडल्स का पूरा रिकॉर्ड रखा जाना चाहिए, ताकि भविष्य में होने वाले सम्मेलनों में इस तरह के मॉडल्स की पुनरावृत्ति के बजाय इनमें और सुधार की दिशा में कार्य किया जा सके। उन्होंने आयोजकों से प्रतिभागी बच्चों को एनआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान की प्रयोगशालाओं से रूबरू करवाने का आग्रह भी किया, ताकि ये बाल वैज्ञानिक प्रोत्साहित हो सकें।

इस अवसर पर हिमकोस्टे के संयुक्त सचिव सतपाल धीमान ने बताया कि इस वर्ष बाल विज्ञान सम्मेलन के लिए हिमकोस्टे के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्रदेश के लगभग 4000 के 26000 से अधिक विद्यार्थियों का पंजीकरण हुआ है जोकि एक रिकॉर्ड है। उन्होंने हिमकोस्टे की विभिन्न गतिविधियों एवं बाल विज्ञान सम्मेलन के संबंध में विस्तृत जानकारी भी दी तथा इसके आयोजन में भरपूर सहयोग के लिए एनआईटी प्रबंधन का आभार व्यक्त किया।

एनआईटी की रजिस्ट्रार डॉ. अर्चना संतोषी ननोटी ने मुख्य अतिथि, अन्य अतिथियों तथा सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। हिमकोस्टे के प्रधान वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. एसएस रंधावा ने सभी का धन्यवाद किया।

समारोह से पहले उपायुक्त ने बाल वैज्ञानिकों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया और इनमें प्रदर्शित किए गए मॉडल्स में गहरी रुचि दिखाई।

हिन्दुस्थान समाचार/विशाल

/सुनील

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