जोगिंद्रा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में 31 मार्च तक वन टाइम सेटलमेंट योजना : मुकेश शर्मा



सोलन, 19 मार्च ( हि. स.) । जोगिंद्रा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के नॉन-परफॉर्मिंग एसेट यानी (एन पी ए) डिफॉल्ट खाता धारकों को 31 मार्च तक एक मुश्त बकाया ऋण राशि चुकता करने का विकल्प दिया गया है । इससे बैंक द्वारा दिए गए ऋण की राशि बैंक के खाते में आने से बैंक को घाटे से उभरने में मदद मिलेगी और ग्राहकों को भी ब्याज राशि में राहत मिल सकेगी।

जोगिंद्रा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के नवनियुक्त युवा चेयरमैन मुकेश शर्मा ने रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में ये बात कही। उन्होंने कहा कि 33 शाखाओं वाले इस बैंक की बतौर चेयरमैन जिम्मेदारी दिए जाने के लिए वह माननीय मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह व माननीय स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल तथा मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी जी का आभार व्यक्त करते हैं ।

मुकेश शर्मा ने कहा कि वर्ष 1924 में जोगिन्द्रा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक की स्थापना की गई थी । आज इस बैंक की 33 शाखाएं हैं तथा करीब सवा दो लाख खाता धारक बैंक से जुड़े हैं ।

उन्होंने कहा कि बैंक का कार्यभार संभालने के पश्चात उन्होंने पाया कि बैंक द्वारा 560 करोड़ रुपए के ऋण प्रदान किए गए हैं । जिसमें से 53 करोड़ रुपए एन पी ए में हैं । जिसकी रिकवरी के लिए बैंक पूर्ण रूप से प्रयास तेज कर दिए गए हैं, और जल्द पैसा रिकवर कर लिया जाएगा ।

मुकेश शर्मा ने कहा कि जोगिन्द्रा बैंक में बहुत जल्द यू पी आई सुविधा के साथ ही अन्य ऑनलाइन ट्रांसक्शन की सुविधाएं ग्राहकों को मुहैया करवाई जाएगी । जिससे कि बैंक के साथ और अधिक ग्राहकों को जोड़ा जा सकेगा । बैंक द्वारा महिलाओं की सेल्फ हेल्प संस्थाओं को रोजगार के लिए ऋण दिए जाएंगे जिससे प्रदेश की महिलाएं आत्मनिर्भर बन कर समाज में अपनी भागीदारी सुनिश्चि करने में अहम रोल अदा कर सकेंगी ।

मुकेश शर्मा ने बताया कि बैंक की कुछ और स्थानों पर शाखाएं खोलने की भी योजना है । खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में शाखाएं खोलने से ग्रामीण लोगों को बैंक की योजनाओं का लाभ मिल सकेगा ।

हिन्दुस्थान समाचार / संदीप/सुनील

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