हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में दो दिन बर्फ गिरने के आसार
शिमला, 14 जनवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से चल रहा शूष्क मौसम का दौर थम सकता है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फ गिरने के आसार हैं। राज्य के उच्च पर्वतीय इलाकों में 16 व 17 जनवरी को बर्फबारी की संभावना जताई गई है। इस दौरान लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, चंबा व शिमला जिलों के अधिक उंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का नजारा देखने को मिल सकता है। हालांकि इस अवधि में राज्य के मैदानी भागों में मौसम साफ रहेगा।
15 जनवरी को भी समूचे प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। 18 व 19 जनवरी को भी कहीं भी बारिश व बर्फबारी का अनुमान नहीं है। इस विंटर सीजन में प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में कम बर्फबारी हुई है। हिल्स स्टेशनों शिमला और मनाली में बर्फबरी के लिए सैलानियों को तरसना पड़ रहा है। यह लगातार दूसरा विंटर सीजन है जब शिमला शहर में बर्फबारी नहीं हुई है। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में जनवरी माह में सामान्य से 100 फीसदी कम बर्फबारी हुई है। सूबे में ऐसी स्थिति 17 वर्ष बाद आई है।
चार शहरों का माइनस में पारा
राज्य में शुष्क मौसम के बावजूद रातें ठंडी बनी हुई हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। चार शहरों का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे रहा। लाहौल-स्पीति जिला का कुकुमसेरी सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां न्यूनतम तापमान -7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा केलांग में -4.6 डिग्री, कल्पा में -0.4 डिग्री और बरठीं में -0.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
अन्य शहरों के तापमान पर नजर डालें, तो शिमला में 7.5 डिग्री, सुंदरनगर में 0.2 डिग्री, भुंतर में 0.7 डिग्री, धर्मशाला में 6.2 डिग्री, उना में 3.5 डिग्री, नाहन में 6.1 डिग्री, पालमपुर में 3.5 डिग्री, सोलन में 0.8 डिग्री, मनाली में 2.2 डिग्री, कांगड़ा में 3.8 डिग्री, मंडी में 0.5 डिग्री, चंबा में 3.1 डिग्री, डल्हौजी में 6.4 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 7.5 डिग्री, कुफरी में 7.1 डिग्री, नारकंडा में 5.4 डिग्री, भरमौर में 5.2 डिग्री, रिकांगपिओ में 2.1 डिग्री, धौलाकूआं में 3.3 डिग्री, समधो में 0.2 डिग्री, पांवटा साहिब में 6 डिग्री, सराहन में 5.5 डिग्री और देहरा गोपीपुर में 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राज्य में सूखे की स्थिति, पीली पड़ रही गेहूं की फसल
इस बीच कई दिनों से बादलों के नहीं बरसने से राज्य में सूखे की स्थिति पनप रही है। इससे प्रदेश के मैदानी भागों में गेहूं की फसल पीली पड़नी शुरू हो गई है। अगर अगले कुछ दिनों में बारिश नहीं हुई, तो गेहूं की 10 से 15 फीसदी फसल के खराब होने का अंदेशा है। सूखे का आम व लीची के फलावरिंग पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। वहीं अप्पर शिमला सहित सेब बाहुल्य इलाकों में बर्फ नहीं गिरने से सेब को चिलिंग आवर नहीं मिल पा रहा है। इससे सेब का उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल/सुनील
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