ऑनलाइन मिलेगी शिमला के जाखू, संकटमोचन और तारादेवी मंदिरों की जानकारी

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ऑनलाइन मिलेगी शिमला के जाखू, संकटमोचन और तारादेवी मंदिरों की जानकारी


शिमला, 31 अगस्त (हि.स.)। शिमला शहर के तीन प्रमुख मंदिरों की जाखू, संकटमोचन और तारादेवी वेबसाइट बनाई जाएगी। इससे पर्यटकों व श्रद्धालुओं को इन मंदिरों की ऑनलाइन जानकारी मिलेगी। ये फैसला उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने शनिवार को श्री तारा देवी माता मंदिर, श्री संकट मोचन मंदिर और श्री हनुमान जी मंदिर जाखू की न्यास की बैठकों की अध्यक्षता करते हुए लिया है।

उपायुक्त ने बताया कि तीनों मंदिरों की अपनी कोई भी वेबसाइट नहीं है। ऐसे में श्रद्धालुओं को मंदिर के बारे सारी जानकारी एक मंच पर नहीं मिल पाती है। मंदिर की बेवसाईट, मंदिर की आय व्यय, विकासात्मक कार्य, इतिहास से जुड़ी, भंडारा बुकिंग, दान सुविधा आदि कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होगी।

उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि मंदिर हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। इन्हें सहेजने और सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन हमेशा प्रयासरत है। मंदिरों में श्रद्धालुओं को बेहतर और अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। शहर में तीनों मंदिरों में टौर के पत्तल में भंडारा वितरित करने की प्रथा से पर्यावरण के हित में बहुत बड़ा मिसाल साबित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र में सक्रिय स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को पत्तल बनाने से रोजगार घर बैठे मिल रहा है। वहीं लोगों को औषधीय गुणों से भरपूर पत्तलों पर भंडारा खाने को मिल रहा है।

उपायुक्त ने कहा कि अगले सप्ताह शहर के तीनों मंदिर परिसर में निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान विकास कार्यों को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। न्यास के सदस्य इस दौरान विशेष तौर पर मौजूद रहेंगे।

बैठक में एसडीएम शहरी भानु गुप्ता, एसडीएम ग्रामीण कविता ठाकुर सहित तीनों मंदिर न्यासों के गैर सरकारी सदस्य विशेष तौर पर मौजूद रहे।

जाखू में टौर के पत्तल पर मिलेगा अब भंडारा

श्री हनुमान मंदिर जाखू न्यास की बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त ने की। इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि मंदिर में होने वाले भंडारे का वितरण स्टील की थालियांें की बजाय टौर की पत्तल में किया जाएगा। जिला प्रशासन पहले ही तारा देवी मंदिर और संकटमोचन में ये सुविधा आरंभ कर चुका है। ऐसे में अब जाखू मंदिर तीसरा मंदिर बनने जा रहा है कि जोकि इको फ्रेंडली व्यवस्था शुरू कर रहा है। जाखू मंदिर में टौर की पतल मुहैया करवाने का जिम्मा सक्षम स्वयं सहायता समूह को दिया गया है।

मंदिर परिसर पर मर्यादित वस्त्रों के बारे में लगेगा होर्डिंग

जाखू मंदिर न्यास की बैठक में निर्णय लिया गया है कि मंदिर के भीतर मर्यादित वस्त्र धारण कर के ही श्रद्धालु दर्शनों के लिए आए। इस बारे में मंदिर परिसर में जगह जगह होर्डिंग लगाए जाएंगे। न्यास के सदस्यों ने उक्त सुझाव रखा था, जिस पर सभी ने अपनी सहमति जताई ।

अगले सप्ताह जिलाधीश करेंगे मंदिर परिसर का दौरा

साल दर साल जाखू मंदिर में बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या के चलते और पिछले लंबे से समय से मुख्य मंदिर के आसपास विस्तारीकरण को लेकर जिलाधीश अनुपम कश्यप अगले सप्ताह मंदिर का दौरा करेंगे। इस दौरान मंदिर के विस्तारीकरण के लेकर संभावनाएं तलाशी जाएंगी। इसके अलावा मंदिर परिसर में अन्य विकास कार्यों को लेकर भी निरीक्षण किया जाएगा। दौरे के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ मंदिर न्यास सदस्य मौजूद रहे।

ये फैसले भी लिए

जाखू मंदिर न्यास की बैठक में निर्णय लिया गया है कि श्रद्धालुओं की ओर से चढ़ाएं जाने वाले चमेली के तेल और सिंधुर को वापिस श्रद्धालुओं को दिया जाएगा। असल में अभी तक श्रद्धालु तेल और सिंधुर मंदिर में चढ़ा देते है। ऐसे में न्यास ने निर्णय लिया है कि श्रद्धालुओं की ओर से तेल और सिंदूर का कुछ हिस्सा ही चढ़ाया जाएगा और शेष संबधित श्रद्धालु को वापिस किया जाएगा। वहीं इसके साथ मंदिर पुजारियों की पदों को भरने के बारे में प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। मंदिर में एक जनवरी से 30 अगस्त 2024 तक कुल 1 करोड़ 99 लाख 47 हजार 571 रूपये की कमाई हुई है। जबकि अभी तक 79 लाख 66 हजार 423 रूपए खर्च किए जा चुके है। मंदिर के विभिन्न बैंकों के बचत खाते में 3 करोड़ 55 लाख 53 हजार 75 रूपए है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

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