राम मंदिर के बाद अब देश की एकता को बचाने का हो प्रयास: शान्ता कुमार
पालमपुर, 24 जनवरी (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का मन्दिर बन गया। अब पूरे देश में एकता बनाने के प्रयास करने के लिए चिन्तन मनन और निश्चय होना चाहिए।
शान्ता कुमार ने बुधवार को एक बयान में कहा कि राम के भारत में राममन्दिर बनाने के लिए पांच सौ साल क्यों लगे। राम मन्दिर बनाने वाले राम भक्तों पर गोलियां किसने और क्यों बरसाई। हजारों शहीद क्यों हुए। सोचें, उत्तर मिलेगा। क्योंकि हम हजारों साल तक गुलाम रहे, फिर सोचें, राम-कृष्ण का देश, गीता उपनिषद का देश गुलाम हुआ तो क्यों हुआ। उन्होंने कहा कि कभी विश्व गुरू कहलाने वाला देश इसलिए गुलाम हुआ, क्योंकि समाज छोटे सम्प्रदाय और देश छोटे राज्यों में बंट गया। एक देश की भावना समाप्त हो गई। हिन्दू समाज में कुरीतियां आ गई। अपने ही समाज के लाखों लोगों को दलित अछूत कह कर दुत्कारा गया। उन्होंने कहा कि अपने ही देश में लाखों विधर्मी बन गये और फिर सालों तक भारत गुलामी में सिसकता रहा। गजनी के बाजारों में भारत का सम्मान नीलाम होता रहा। देश का विभाजन हुआ। लाखों लोगों का नर संहार और करोड़ों लोग विस्थापित हुए।
उन्होंने कहा कि आज भी भारत के प्राण सनातन पर कुछ लोग हमला कर रहे हैं। उत्तर-दक्षिण के नाम पर और जाति जन गणना करवा कर केवल वोट के लिए देश को बांटने की कोशिश हो रही है। शान्ता कुमार ने कहा कि कभी नारा लगाया था- ‘कसम राम की खाते हैं, मन्दिर वहीं बनायेंगे’। देश के हजारों भक्तों के बलिदान से यह सौगन्ध पूरी हो गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अब देश को एक नई सौगन्ध ‘कसम राम की खाते हैं, देश की एकता बचायेंगे’ देकर काम करना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील/सुनील
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