आनन्द शर्मा का हिमाचल की जमीनी राजनीति से कोई सम्बंध नहीं : शान्ता कुमार
पालमपुर, 06 मई (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा कि कांगड़ा-चम्बा लोकसभा के लिए कांग्रेन ने तीन बार सर्वे करवाया। सर्वे में तीन नाम आये परन्तु चुनाव लड़ने के लिए कोई भी हिमाचल का नेता तैयार नही हुआ। अब कांग्रेस ने दिल्ली से आनन्द शर्मा को कांगड़ा- चम्बा लोकसभा से प्रत्याशी बनाया है।
शान्ता कुमार ने साेमवार को एक बयान में कहा आनन्द शर्मा का हिमाचल की जमीनी राजनीति से कभी जरा भी सम्बंध नहीं रहा केवल राज्य सभा के द्वारा ही वे चुने जाते रहे। इसके मुकाबले भाजपा उम्मीदवार डा0 राजीव भारद्वाज हिमाचल के चप्पे चप्पे से परिचित, एक विद्वान और प्रभावशाली उम्मीदवार है। उम्मीदवार तय होने के बाद वे दो बार क्षेत्र में घूम आये है। गांव गांव से उनका परिचय है। कांग्रेस उम्मीदवार उनका मुकाबला बिलकुल भी नही कर पायेगे।
शान्ता कुमार ने कहा आज से 42 वर्ष पहले केवल एक बार आनन्द शर्मा ने शिमला विधान सभा का चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में एक इतिहास बना। आज तक के सभी विधान सभा में उस चुनाव में सबसे अधिक 24 उम्मीदवार थे। आनन्द शर्मा भाजपा के दौलत राम चौहान के मुकाबले हार गये थे। इस बार भी लोकसभा में सबसे अधिक वोटों से हारने का एक नया इतिहास बना कर आनन्द शर्मा दिल्ली लौठ जाएगे।
उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि हिमाचल की अन्य लोक सभा की साटों की तरह कांगड़ा-चम्बा लोकसभा में भी भाजपा की ऐतिहासिक जीत होगी।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील/उज्जवल
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