शिमला जिले के समेज में बहे तीन शवों की शिनाख्त, 33 लापता लोगों की तलाश जारी
शिमला, 07 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला के श्रीखंड की चोटी पर बादल फटने के बाद शिमला जिला के रामपुर क्षेत्र के समेज में आये सैलाब में लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन बुधवार को सातवें दिन भी जारी है। मंगलवार देरशाम बचाव दलों ने सुन्नी डैम के पास डोगरी गांव में एक युवक का शव बरामद किया। उसकी शिनाख्त 24 वर्षीय सिद्धार्थ पुत्र विजय कुमार निवासी नन्दरोल तहसील व जिला कांगड़ा के रूप में हुई है। सिद्धार्थ समेज में ग्रीनको हाइड्रो प्रोजेक्ट का कर्मचारी था। बाढ़ ने पूरे हाइड्रो प्रोजेक्ट का नामो निशान मिटा दिया है। प्रोजेक्ट के सात कर्मी हादसे के बाद लापता हो गए थे।
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि बचाव दलों ने अब तक छह शव बरामद किए हैं। इनमें तीन की शिनाख्त उनके परिजनों ने कर ली है। दो युवतियों और एक युवक के शव की शिनाख्त हुई है। दो युवतियों की शिनाख्त रामपुर निवासी रचना और झारखंड निवासी प्रीतिका के तौर पर हुई है। युवक की शिनाख्त सिद्धार्थ के रूप में हुई है। ये तीनों समेज में आई आपदा के शिकार हुए थे। अन्य तीन अज्ञात शवों के क्षत-विक्षत होने की वजह से उनकी पहचान नहीं हो पाई है। इसके लिए डीएनए सैम्पलिंग की जा रही है।
संजीव गांधी ने बताया कि सर्च अभियान बुधवार को भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हादसे में बहे शवों के सुन्नी बांध क्षेत्र में होने की संभावना है। इसे देखते हुए बचाव दल बांध क्षेत्र में तलाशी अभियान को बढ़ाएगा। बचाव दल ने हादसा स्थल समेज में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया हुआ है। अब बचाव दल का सुन्नी बांध क्षेत्र में लापता लोगों की तलाश पर जोर रहेगा। अभी समेज में 301 औऱ सुन्नी में 61 सदस्यीय सर्च ऑपरेशन टीम लापता लोगों की तलाश कर रही है। एनडीआरएफ, पुलिस, सेना, सीआईएसएफ और होमगार्ड के जवान तलाशी अभियान में जुटे हैं। आधुनिक उपकरणों के साथ लापता लोगों की तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि अज्ञात बरामद शवों की डीएनए मिलान से शिनाख्त की जाएगी।
सुन्नी डैम क्षेत्र से मिल रहे लापता लोगों के शव बचाव दलों को ज्यादातर शव सुन्नी डैम से मिल रहे हैं। अब तक चार शव यहां से बरामद हुए हैं। मंगलवार को हाइड्रो प्रोजेक्ट के कर्मचारी का यहां शव मिला है। सोमवार को सुन्नी डैम के समीप डोगरी से दो शव बरामद किए थे। इससे पहले रविवार को डैम से एक युवती का शव मिला था। इसी दिन रामपुर में सतलुज नदी किनारे भी दो अज्ञात शव मिले थे। रामपुर से सुन्नी तक 85 किलोमीटर इलाके में तलाशी अभियान चल रहा है। राहत व बचाब दल में करीब 300 लोग शामिल हैं।
गौरतलब है कि बीती 31 जुलाई की मध्यरात्रि बादल फटने के कारण आई बाढ़ से समेज गांव में भारी तबाही हुई है। हादसे में कई घर, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र भी बह गया था। हादसे के बाद 36 लोग लापता हो गए। बचाव टीमें पिछले पांच दिन से लातपा लोगों की तलाश में जुटी हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रभावित परिवार को 50 हजार रूपये की राहत राशि और किराये पर मकान के लिए पांच हजार रुपये देने की घोषणा की है।
हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा / Mukund
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