3 माह से वेतन की प्रतीक्षा में पुनः रोजगार प्राप्त शिक्षक

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हमीरपुर, 09 दिसंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में पुनः रोजगार प्राप्त शिक्षकों का वेतन सितंबर 2025 से अब तक लंबित है, जिससे ये शिक्षक आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। सेवानिवृत्ति नहीं लेकर इस शिक्षकों ने स्कूलों में सत्रांत तक सेवाएं देने का विकल्प चुना। नियमित रूप से अपनी सेवाएँ देने के बावजूद तीन माह से वेतन नहीं मिला और न ही पेंशन लगी।

सेवानिवृत्ति के बाद देय वित्तीय लाभ भी नहीं मिले। इस तरह ये शिक्षक वेतन और पेंशन दोनों लाभों को तरस रहे हैं। यह जानकारी देते हुए राजकीय टीजीटी कला संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने कहा कि सरकारी बजट प्रणाली के अनुसार इन शिक्षकों का वेतन मेजर हेड 2202 –स्कूल शिक्षा तथा माइनर हेड 01 –वेतन के अंतर्गत ही स्वीकृत और देय होना था मगर इसकी लिखित अधिसूचना वित्त विभाग ने नहीं की है जिसके चलते इनके वेतन बिल नहीं बन रहे। इन शिक्षकों को इसी हेड के अंतर्गत वेतन जारी करने में कोई तकनीकी बाधा नहीं है।

उन्होंने कहा कि दुखद तथ्य यह है कि पुनः रोजगार शिक्षकों को न तो पेंशन का लाभ दिया जा रहा है और न ही अन्य कोई वित्तीय सुविधा उपलब्ध है, ऊपर से शिक्षा विभाग ने इनके लिए किसी भी प्रकार का आकस्मिक अवकाश का भी प्रावधान नहीं किया है, जबकि लोक निर्माण विभाग में पुनः रोजगार प्राप्त कर्मियों को प्रति माह एक आकस्मिक अवकाश देने का स्पष्ट नियम है। संघ ने हिमाचल प्रदेश सरकार एवं शिक्षा विभाग स आग्रह किया है कि वे पुनः रोजगार प्राप्त शिक्षकों का लंबित वेतन तुरंत जारी करने हेतु संबंधित हेड अधिसूचित करें और एक सप्ताह के भीतर तीन माह का लंबित भुगतान करें। इसके अलावा प्रति माह एक आकस्मिक अवकाश का प्रावधान भी इन शिक्षकों हेतु अधिसूचित करें। साथ ही वित्तीय लाभों पर लगी रोक हटाकर इन शिक्षकों को सम्मानजनक स्थिति में अपनी सेवाएँ जारी रखने की सुविधा प्रदान की जाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल राणा

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