पर्यटन निगम के होटलों को निजी हाथों में देने का आरोप निराधार: आरएस बाली
शिमला, 26 नवंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के घाटे वाले 18 होटलों को बंद के आदेशों पर हाई कोर्ट की डबल बैंच ने रोक लगा दी है। विपक्षी दल भाजपा और पर्यटन विकास निगम कर्मचारी संघ ने पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष पर होटलों को निजी हाथों में देने के आरोप लगा दिए थे जिस पर पर्यटन विकास निगम ने अध्यक्ष आरएस बाली ने पलटवार किया है।
आरएस बाली ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि एचपीटीडीसी के घाटे वाले होटलों को निजी हाथों में देने की उनकी कोई मंशा नहीं है। पर्यटन विकास निगम कर्मचारी संघ ने भी आंकड़ों को ग़लत तरीके से पेश करने के आरोप लगाए हैं जिन्हें वे तथ्यों सहित एफिडेविट में दें अन्यथा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
आरएस बाली ने भाजपा विधायक सुधीर शर्मा और पूर्व मंत्री राकेश पठानिया को निशाने पर लेते हुए कहा कि दोनों नेताओं ने ग़लत तथ्य पेश कर पर्यटन निगम को निजी हाथों में देने के आरोप लगाए हैं। राकेश पठानिया के समय पर्यटन विकास निगम घाटे में गया जबकि उनसे पहले मुनाफे में चल रहा था। आर एस बाली ने कहा कि पर्यटन विकास निगम के मुनाफे को बढ़ाने के लिए वह प्रयास कर रहे हैं। निगम के होटलों को रेनोवेट करने की आवश्यकता है जिसके बाद मुनाफा कई गुणा बढ़ सकता है।
उन्होंने कहा कि बीते वर्ष और इस वित्तीय वर्ष में 100 करोड़ से अधिक टर्न ओवर पर्यटन विकास निगम को हुआ है। पर्यटन विकास निगम हाईकोर्ट के आदेशों का स्वागत करता है और जो देनदारियां पेंशनरों की बनती है उन्हें कोर्ट के आदेशों के मुताबिक दे दिया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा
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