वीर बाल दिवस साहेबजादों के अद्वितीय बलिदान की अमर गाथा: डा. राजीव बिंदल
नाहन, 21 दिसंबर (हि.स.)। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने साहेबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह के अद्वितीय बलिदान को स्मरण करते हुए कहा कि उनका त्याग देश और धर्म की रक्षा के लिए दिया गया अनुपम उदाहरण है, जिसे भारतीय इतिहास सदैव श्रद्धा के साथ स्मरण करेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रसंग अत्यंत पीड़ादायक होने के साथ-साथ साहस, आस्था और दृढ़ संकल्प की सर्वोच्च मिसाल भी है।
डा. बिंदल ने कहा कि वीर बाल दिवस दशम पातशाही श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज और उनके चारों पुत्रों के त्याग की गौरवगाथा है। यह दिन धर्म की रक्षा के लिए किए गए संघर्ष, तपस्या और बलिदान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान से लेकर गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के जीवन संघर्ष और उनके चारों पुत्रों की शहादत तक, यह गाथा भारतीय संस्कृति और परंपरा की रक्षा का संदेश देती है।
उन्होंने मुगल काल के अत्याचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय भारतीय संस्कृति, धर्म और मूल्यों को नष्ट करने के प्रयास किए गए, जिनका विरोध अनेक वीरों ने किया। शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप और गुरु गोविंद सिंह जी महाराज जैसे महानायकों ने अपने जीवन और परिवार का सर्वस्व राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए समर्पित कर दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस को राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का निर्णय एक ऐतिहासिक कदम है। यह पहल ‘विकास भी और विरासत भी’ के संकल्प को साकार करती है। गुरु-सिख परंपरा हमारी अमूल्य विरासत है, जिसे आने वाली पीढ़ियों तक संजोकर रखना आवश्यक है।
डा. बिंदल ने कहा कि वीर बाल दिवस का उद्देश्य देश की युवा पीढ़ी को साहस, त्याग और राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा देना है। शहीद साहेबजादों को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि हम उनके आदर्शों को आत्मसात कर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर

