विक्रमादित्य का नामांकन: ऐतिहासिक सेरी मंच पर भीड़ जुटाकर कांग्रेस ने किया चुनावी शंखनाद
मंडी, 09 मई (हि. स.)। लोकनिर्माण मंत्री एवं स्व. वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य के नामांकन पर मंडी के ऐतिहासिक सेरी मंच पर भीड़ जुटाकर कांग्रेस पार्टी ने मंडी संसदीय क्षेत्र से चुनावी शंखनाद कर दिया है। इस अवसर पर मु यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वे किसी राजनीतिक परिवार से नहीं आए हैं। बल्कि 40 साल तक कांग्रेस पार्टी में दरियां उठाकर और अपने खेतों में हल चलाकर वे मुख्यमंत्री बने हैं। इसलिए वे समाज के हर वर्ग का दुख दर्द समझते हैं।
उन्होंने कहा कि पंद्रह महीने के शासन में उनकी सरकार ने अपने सीमित साधनों के चलते समाज के हर वर्ग को राहत पहुंचाने का काम किया। जबकि पूर्व की जयराम सरकार 75000 करोड़ का कर्ज लेकर कर्मचारियों की छठे वेतन की दस हजार करोड़ की देनदारी छोड़ कर गई थी।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि चुनाव से छह माह पहले बिना अधिसूचना और बिना बजट के दस हजार से ज्यादा संस्थान खोल दिए। उन्होंने कहा कि जयराम सोये रहे और खजाना लूटा जा रहा था। उन्होंने बताया कि प्रदेश के करीब 75लाख परिवारों पर एक लाख तीस हजार रूपए प्रति परिवार कर्ज चढ़ा गए जयराम। उन्होंने कहा कि हमने एक लाख छत्तीस हजार कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल कर उनका बुढ़ापा सुरक्षित किया। केंद्र ने नौ हजार करोड़ का अंशदान वापस नहीं किया है। जबकि जयराम ने कहा था कि ओपीएस चाहिए तो चुनाव लड़कर आओ। भाजपा ने राजस्थान में गहलोत सरकार द्वारा जारी किए गए ओपीएस को वापस ले लिया है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आरोप लगाया कि भाजपा ने राज्य सभा की सीट चोरी की है। अब प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों को जीत कर कांग्रेस उसका बदला लेगी।
स्वच्छ वालों और दागरदार बेईमानों के बीच मुकाबला : सुक्खू
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में छह विधानसभा सीटों पर हो रहे उप चुनाव में स्वच्छ छवि वालों और दागदार व बेईमानों के बीच मुकाबला होने जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के छह बागी विधायकों ने पैसे लेकर धोखा किया है। उन्होंने आधे पैसे रात को शिमला में लिए और आधे पैसे पंचकूला जाकर लिए है। जबकि अगले दिन विधानसभा परिसर में फिर वापस आ गए। बजट पर बहस के बाद बजट पास होना था मगर बागियों ने उसमें हिस्सा नहीं लिया उन्हें मालूम नहीं था कि उनकी सदस्यता चली जाएगी। इसी बीच टीवी पर खबर चल पड़ी कि मैं इस्तीफा दूंगा।
उन्होंने कहा कि मैंने 40 साल दरियां उठाई और खेतों में हल चलाया है तब कहीं जाकर मु यमंत्री बना हूं। उन्होंने कहा कि मैं योद्धा हूं और योद्धा की तरह लड़ा हूं। उन्होंने कहा कि जयराम मंडी के भी नहीं केवल सराज के ही मु यमंत्री रहे हैं। अब वे महिलाओं के अधिकारों को रूकवाने जा रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/मुरारी/उज्ज्वल
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