शाहपुर बालिका दुष्कर्म मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से लगाई गुहार
धर्मशाला, 15 सितंबर (हि.स.)। जिला न्यायालय की अधिवक्ता एवं बाल अधिकार कार्यकर्ता नीलम जरियाल ने शाहपुर के एक गांव में स्कूली छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म मामले पर तुरंत कार्यवाही करने का आग्रह किया है। उन्होंने इस बाबत राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, नई दिल्ली से शिकायत भी की है। उन्होंने कहा कि स्कूल के आसपास कैमरे ना होने एवं अपराधिक मानसिकता के युवाओं के गलियों में बैठे रहने के कारण ऐसी घिनौनी घटना घटी है।
रविवार को जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि घटना के दस दिन बीत जाने पर भी पुलिस अपराधी को पकड़ने में असफ़ल रही है। इससे अभिवावकों, युवतियों एवं महिलाओं में डर का माहौल है। पुलिस द्वारा कोई संतोषजनक कार्यवाही अभी तक अमल में नहीं लाई गई है जिससे स्थानीय लोगों एवं बाल अधिकार समाजसेवियों में रोष है। अधिवक्ता नीलम जरियाल ने बताया कि हिमाचल सरकार द्वारा अभी तक राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग में सदस्यों की नियुक्ति ना करना सरकार का बच्चों के प्रति उदासीन रवैये को दर्शाता है जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में आये दिन बच्चों के अपहरण की कोशिशें एवं दुष्कर्म जैसी घटनाओं से पुलिस की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में है।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया
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