उत्तरी क्षेत्र सम्मेलन में बाली ने की हिमाचल में शक्ति पीठ धाम सर्किट और एयर एंबुलेंस की पैरवी

धर्मशाला, 05 जुलाई (हि.स.)। भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा देहरादून में आयोजित पहले उत्तरी क्षेत्रीय नागरिक उड्डयन सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं एचआरटीसी उपाध्यक्ष आर.एस. बाली ने राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए कई महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए। सम्मेलन की अध्यक्षता भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किन्जारापु ने की, जिसमें उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों एवं विमानन क्षेत्र के विशेषज्ञों ने भाग लिया।
बाली ने अपने संबोधन में हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठों नैना देवी, चिंतपूर्णी, ज्वाला जी, बज्रेश्वरी (कांगड़ा) और चामुंडा जी को हेलीकॉप्टर सेवाओं से जोड़ने का सुझाव दिया ताकि आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिले और श्रद्धालुओं को सुरक्षित व सुलभ यात्रा का अनुभव प्राप्त हो।
बाली ने प्रदेश के दुर्गम और दूरस्थ क्षेत्रों में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस सेवाएं संचालित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने गगल एयरपोर्ट में वर्तमान में निर्धारित 5 किलोमीटर विजिबिलिटी की बाध्यता में यथोचित संशोधन कर अधिक फ्लाइट्स की आवाजाही सुनिश्चित करने का सुझाव दिया। राज्य में मौजूद हेलीपोर्ट्स को योजना बद्ध ढंग से विकसित करने एवं नए स्थलों की पहचान कर उन्हें सुदृढ़ करने की आवश्यकता का मुद्दा भी उठाया ।
सम्मेलन के उपरांत बाली ने जानकारी दी कि नायडू ने हिमाचल प्रदेश की मांगों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया है कि राज्य की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप निर्णायक कदम उठाए जाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया