जंगलों और जैव विविधता के संरक्षण और रख रखाव के पुलिस और वन विभाग के बीच एमओयू
धर्मशाला, 12 दिसंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह और धर्मशाला वन मंडल और ग्राम पंचायत- जमूला के बीच मंगलवार को जंगलों के संरक्षण तथा जैव विविधता को बचाने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये गए। वन कर्मचारियों के बीच आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में कौशल और ज्ञान में वृद्धि के मकसद से यह समझौता प्रपत्र किया गया है। हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, डरोह में हुए समझौता ज्ञापन पर पुलिस उपमहानिरीक्षक, हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, डरोह बिमल गुप्ता, आईपीएस, ई. विक्रम आई.एफ.एस., मुख्य वन संरक्षक, धर्मशाला वन सर्कल और रीना कटोच, प्रधान ग्राम पंचायत जमूला ने हस्ताक्षर किए।
हिमाचल प्रदेश वन विभाग क्षेत्र में वन संसाधनों का संरक्षक है और जैव विविधता और वन संसाधनों के संरक्षण के समग्र उद्देश्य से स्थानीय ग्राम पंचायत की मदद से इन दुर्लभ संसाधनों का प्रबंधन करना है। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, डरोह के प्रधानाचार्य आईपीएस बिमल गुप्ता ने बताया कि क्षेत्र में जंगलों के एक हिस्से को गोद लेगा और पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय के पास आपदा प्रबंधन, बचाव कौशल आदि क्षेत्रों में काम किया जाएगा। ग्राम पंचायत ऐतिहासिक रूप से जंगलों की रक्षा करती रही है और इसके संसाधन भी उनकी आजीविका की जरूरतों के लिए इस पर निर्भर हैं और पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, डरोह की मदद से जंगलों की रक्षा करना उनके हित में है। उन्होंने बताया कि इस समझौते के तहत वन संरक्षण और प्रबंधन कस साथ जंगल की आग की रोकथाम और प्रबंधन करने प्रमुख है।
एमओयू के तहत, पार्टियां घनिष्ठ सहयोग बनाए रखने, प्रासंगिक जानकारी साझा करने और समझौते के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी गतिविधियों को प्रभावी ढंग से समन्वयित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
डीआईजी बिमल गुप्ता ने कहा कि समझौता ज्ञापन वन कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रमों को सुविधाजनक बनाने में सहायक होगा। इससे वन कर्मचारियों की दक्षता बढ़ाने के लिए आपदा प्रबंधन और बचाव कौशल में पुलिस की विशेषज्ञता को साझा करने में मदद मिलेगी। जमूला की ग्राम पंचायत आग की रोकथाम गतिविधियों, त्वरित आपातकालीन प्रतिक्रिया उपायों और समुदाय-आधारित वन संरक्षण प्रयासों के लिए सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने आगे कहा कि इस सहयोग से हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय को जंगल की आग की रोकथाम की रणनीतियों को विकसित करने और लागू करने में मदद मिलेगी।
हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील
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