धन के अभाव में अब उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रहेंगे युवा : पठानिया
धर्मशाला, 30 नवंबर (हि.स.)। उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि बच्चे धन के अभाव में उच्च शिक्षा ग्रहण करने से वंचित न रहे इसके लिए प्रदेश सरकार ने महत्वाकांक्षी डॉ. यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना आरंभ की है। शनिवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हार बोह के वार्षिक उत्सव मं बतौर मुख्यातिथि उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि योजना के अंतर्गत 28 वर्ष से कम आयु के पात्र हिमाचली विद्यार्थियों को एक प्रतिशत ब्याज की दर से बैंकों से 20 लाख रुपये का शिक्षा ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। ऋण के अंतर्गत भोजन, आवास, ट्यूशन फीस और अन्य शैक्षणिक आवश्यकताओं के व्यय शामिल हैं। योजना के अंतर्गत पात्र हिमाचली विद्यार्थी मेडिकल, पैरा-मेडिकल, फॉर्मेसी, नर्सिंग, विधि, आई.टी.आई एवं पॉलीटेक्नीक के तकनीकी पाठ्यक्रम तथा विश्वविद्यालयों से पीएचडी करने के लिए शिक्षा ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका है तथा शिक्षा क्षेत्र के सुधार में शिक्षकों की रचनात्मक सहभागिता जरूरी है। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षकों को अपने विद्यालयों में ऐसा माहौल तैयार करना चाहिए, जिसमें विद्यार्थी राष्ट्रभक्ति, संस्कार और देश प्रेम की भावना के साथ आगे बढ़ सकें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा क्षेत्र के कायाकल्प के लिए अनेक नवाचार कदम उठाए हैं। ऐसी ही एक पहल है ‘अपना विद्यालयः द हिमाचल स्कूल अडोप्शन प्रोग्राम’ इस कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रदेशवासी राजकीय पाठशालाओं को गोद लेकर शिक्षा क्षेत्र के सुधार में अपनी सहभागिता को सुनिश्चित कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया
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