केंद्र सरकार मनरेगा को कर रही खत्म : देवेंद्र जग्गी

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केंद्र सरकार मनरेगा को कर रही खत्म : देवेंद्र जग्गी


धर्मशाला, 24 दिसंबर (हि.स.)।

धर्मशाला के पूर्व महापौर देवेंद्र जग्गी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए मनरेगा को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के चलते देश की सबसे महत्वपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना मनरेगा को समाप्त किया जा रहा है, जिसका सीधा नुकसान ग्रामीण गरीबों, मजदूरों और पंचायत स्तर की लोकतांत्रिक व्यवस्था को होगा।

बुधवार को जारी एक प्रेस बयान में देवेंद्र जग्गी ने कहा कि मनरेगा केवल एक रोजगार योजना नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। इस योजना के माध्यम से गांवों में छोटे-छोटे विकास कार्य जैसे डंगा लगाना, रास्तों का निर्माण, पानी के स्रोतों का संरक्षण जैसे कार्य आसानी से करवाए जाते थे। लेकिन अब ग्राम सभाओं की शक्तियों को सीमित किया जा रहा है, जिससे भविष्य में ऐसे कार्य करवाना बेहद मुश्किल हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि ग्राम सभा से अधिकार छीने जाने का सीधा मतलब यह है कि अब गांव के लोग स्वयं यह तय नहीं कर पाएंगे कि उनके क्षेत्र में किस काम की प्राथमिकता है। इससे पंचायती राज व्यवस्था कमजोर होगी और लोकतंत्र की जड़ें हिलेंगी। निर्णय लेने की शक्ति कुछ गिने-चुने लोगों और अफसरशाही तक सीमित हो जाएगी, जिससे ग्रामीण जनता की भागीदारी समाप्त हो जाएगी।

पूर्व महापौर ने कहा कि केंद्र सरकार के फैसलों से प्रदेश सरकारों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। पहले मनरेगा में राज्य सरकार का योगदान मात्र 10 प्रतिशत था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 40 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे पहले से ही आर्थिक संकट झेल रहे राज्यों पर भारी दबाव पड़ेगा और विकास के अन्य कार्य प्रभावित होंगे।

देवेंद्र जग्गी ने कहा कि मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने की कोशिश केवल नाम बदलने का मामला नहीं है, बल्कि यह महात्मा गांधी के विचारों, दर्शन और ग्रामीण स्वराज की अवधारणा पर सीधा हमला है। गांधी जी ने अंतिम व्यक्ति तक रोजगार, आत्मसम्मान और अधिकार पहुंचाने का सपना देखा था, और मनरेगा उसी सोच का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि गांधी का नाम हटाकर सरकार इस योजना की आत्मा को खत्म करना चाहती है, लेकिन देश की जनता इस सोच को कभी स्वीकार नहीं करेगी।

देवेंद्र जग्गी ने कहा कि भाजपा सरकार की यह नीति पूरी तरह से गरीब, मजदूर और किसान विरोधी है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया

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